Shiv Baraat: महाशिवरात्रि पर रामेश्वरम से काठमांडू तक गूंजा हर-हर महादेव, वाराणसी में जी-20 की थीम पर निकली शिव बारात
Mahashivaratri 2023: शिव बारात को लोगों को दिखाने के लिए शिव बारात नाम की एक वेबसाइट के साथ-साथ फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर सोशल मीडिया पेज बनाए गए हैं. यह बारात सुबह 7.30 बजे से शुरू हुई थी.
Mahashivratri 2023: 18 फरवरी यानी आज देशभर में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन को खास बनाने के लिए काशी यानी वाराणसी में अनोखी शिव बारात (Shiv Baraat) निकाली जा रही है. इस खास अवसर पर G20 के विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे. यह बारात जी-20 की थीम पर ही निकाली जा रही है, जोकि G20 स्पेशल होने वाली है. इसे काशी कार्निवल कहा जा रहा है.
सुबह 7:30 बजे शुरू हुई यह बारात 18 घंटे तक चलने वाली है. इसका समापन आधी रात को जयमाला समारोह के साथ होगा. इस बारात की झांकी पूरी दुनिया के लिए लाइव प्रसारित की गई है. इस आयोजन के लिए शिव बारात नाम की एक वेबसाइट के साथ-साथ फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर सोशल मीडिया पेज भी बनाए गए हैं. भगवान शिव पहली बार मसान बारातियों के साथ बरसाने की होली खेल रहे हैं.
शिव बारात में कौन-कौन खास शामिल?
इस शोभायात्रा में लगभग 4-5 लाख श्रद्धालुओं के भाग लिया है. 100 से ज्यादा झांकी, 150 सपेरे, 100 बंदर, हाथी, घोड़े, ऊंट, बैल, गाय, भूत-पिशाच, ढोल वादक, बैंडबाजे, औघड़, नागा, जिन्न, साधु, पहलवान, खिलाड़ी, कवि, साध्वी, प्रोफेसर, लेखक इसमें शामिल हुए हैं. इसके अलावा संगीतकार, कहानीकार, भोजपुरी सितारे और विदेशी कलाकार सभी इसमें शामिल हुए हैं.
कौन निभा रहा है शिव-पार्वती की भूमिका?
शिव बारात के मुख्य आयोजक दिलीप कुमार सिंह ने घोषणा की है कि दूल्हा प्रसिद्ध कवि पंडित सुदामा प्रसाद तिवारी हैं, जिन्हें सांड बनारसी के नाम से भी जाना जाता है. बदरुद्दीन अहमद पार्वती की भूमिका निभा रहे हैं. शिव बारात काशी की गंगा-जमुनी संस्कृति को जी-20 देशों और दुनिया को दिखाएगी. जुलूस में हर धर्म के लोग, जोगी, साधु, सिख गुरु और मौलवी भी शामिल होंगे, भांग और ठंडाई का प्रसाद ग्रहण करते हुए नाचेंगे.
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