Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर प्रवासी कश्मीरी पंडित, पीएम पैकेज कर्मियों को JK सरकार का बड़ा तोहफा, 3 दिन की छुट्टी का ऐलान
Mahashivratri 2024: हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. भगवान भोले नाथ के भक्त इस दिन शिव-गौरी की पूजा करते हैं.
![Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर प्रवासी कश्मीरी पंडित, पीएम पैकेज कर्मियों को JK सरकार का बड़ा तोहफा, 3 दिन की छुट्टी का ऐलान Mahashivratri 2024 Jammu Kashmir Government announces grant of special 3 days leave for Kashmiri Pandit migrant PM package employees Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर प्रवासी कश्मीरी पंडित, पीएम पैकेज कर्मियों को JK सरकार का बड़ा तोहफा, 3 दिन की छुट्टी का ऐलान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/01/c891269f83085dbd5dbef0f2ef5aa7c21709287724652878_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
JK Government on Mahashivratri 2024: जम्मू-कश्मीर सरकार ने प्रवासी कश्मीरी पंडित और पीएम पैकेज कर्मचारियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर 3 दिनों की विशेष छुट्टी देने का ऐलान किया है. इस बाबत सामान्य प्रशासनिक विभाग के आयुक्त/सचिव आईएएस सजीव कुमार की ओर से शुक्रवार (1 मार्च, 2024) को आदेश जारी कर दिए गए हैं.
जम्मू कश्मीर सरकार के इस फैसले के चलते प्रवासी कश्मीरी पंडित और पीएम पैकेज के सभी कर्मचारी महाशिवरात्रि पर्व मनाने के लिए जम्मू और अन्य दूसरी जगहों की यात्रा कर सकते हैं. जेएंडके सरकार की ओर से ये छुट्टियां 7, 9 और 11 मार्च को दी गई हैं. इस बार 8 मार्च, 2024 को महाशिवरात्रि मनाई जा रही है. 8 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन शिव जी की पूजा का समय शाम के समय 06 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 28 मिनट तक बताया गया है.
हर साल धूमधाम से मनाया जाता है महाशिवरात्रि का पर्व
इस बीच देखा जाए तो हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर साल फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इसको लेकर मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इसलिए इस पर्व को हर साल शिव भक्तों की ओर से धूमधाम से मनाया जाता है.
क्यों है महाशिवरात्रि का विशेष महत्व?
भगवान भोले नाथ के भक्त महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ शिव-गौरी की पूजा करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर मौजूद सभी शिवलिंग में विराजमान होते हैं. इसलिए महाशिवरात्रि के दिन की गई भगवान शंकर की उपासना और पूजा का कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)