नई दिल्ली: देश में एक के बाद एक प्रतिमाएं तोड़े जाने, खंडित किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला केरल के कन्नूर का है जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. गांधी प्रतिमा का चश्मा तोड़ दिया गया. अभी यह साफ नहीं है कि ऐसा किसने और क्यों किया है. हाल ही में लेनिन, पेरियार, आंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमाओं को तोड़े जाने और नुकसान पहुंचाए जाने के मामले सामने आए थे.





मेरठ में तोड़ी गई आंबेडकर की मूर्ति
मेरठ के मवाना के खुर्द गांव में असामाजिक तत्वों ने डॉक्टर बीआर आंबेडकर की प्रतिमा खंडित कर दी. आक्रोशित दलित समाज के लोगों ने इसे लेकर जमकर हंगामा किया. मूर्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति को काबू किया.

त्रिपुरा में तोड़ी गईं लेनिन की दो मूर्तियां
दरअसल ये सारा मामला त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुआ. साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई. उसके बाद त्रिपुरा के सबरूम इलाके में लेनिन की ही एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई. इन प्रतिमाओं को ढहाए जाने पर काफी विवाद भी हुआ.

पेरियार की मूर्ति की गई खंडित
तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वेल्लोर जिले में महान समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ईवी रामासामी पेरियार की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई. इस पर भी काफी विवाद हुआ. पेरियार की मूर्ति को क्षति पहुंचाई जा सकती है ऐसा दावा बीजेपी के एक नेता ने पहले ही किया था.

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति पर कालिख
कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोत दी गई और नुकसान भी पहुंचाया गया. मुखर्जी को हिंदू विचारक माना जाता है. बताया जा रहा है कि इस घटना में लेफ्ट की ओर झुकाव रखने वाले छात्रसंगठन का हाथ है जिसके कुछ सदस्यों को हिरासत में भी लिया गया है.