Ethics Committee meeting on Cash For Question: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) गुरुवार (2 नवंबर) को लोकसभा की आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के समक्ष पेश हुईं. मोइत्रा पर कथित तौर पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले की जांच कर रही समिति ने उनको जवाब देने के लिए तलब किया था, लेकिन बैठक में पूछे गए सवालों को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. इसके बाद समिति में विपक्ष सदस्य बैठक से वॉकआउट कर गए. विपक्षी नेताओं ने कहा कि मोइत्रा से अनैतिक सवाल किए गए.
बैठक का वॉकआउट करने और विपक्ष के आरोपों पर लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा सवालों का जवाब देने के बजाय गुस्से में आ गईं. उन्होंने सभापति और समिति के सदस्यों के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया.
'विपक्ष ने महुआ से व्यक्तिगत, अनैतिक सवाल पूछने का लगाया आरोप'
समिति की बैठक में विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष पर तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा से व्यक्तिगत, अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाया. कांग्रेस सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष की ओर से टीएमसी सांसद महुआ से पूछे गए सवाल हमें अनैतिक लगे.
15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने की थी स्पीकर से शिकायत
गौरतलब है कि झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की ओर से 15 अक्टूबर को दावा किया था कि टीएमसी एमपी महुआ मोइत्रा पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछती हैं. इस मामले को लेकर सांसद दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी भी लिखी थी और एथिक्स कमेटी के पास भेजने का आग्रह किया था.
'समिति की बैठक मामले में गलत तरह की कहानी गढ़ रही हैं महुआ'
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने 'एक्स' पर कहा, ''मैं और देहाद्राई वहां गवाह के रूप में गए थे और सांसद महुआ मोइत्रा एक आरोपी के रूप में गई थीं. हालांकि, उन्होंने इंटरव्यू दिया और आचार समिति की बैठक के भीतर जो हुआ उसका हवाला दिया. उन्होंने जनता के बीच गलत तरह की कहानी पेश करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ यह संसदीय इतिहास का सबसे काला दिन है.
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