Shashi Tharoor On Mahua's Expulsion: कैश फॉर क्वैरी मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया है. महुआ को निकाले जाने के बाद से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'महुआ अगले साल 2024 में होने वाले चुनावों में दोगुनी वोटों से जीत कर आएंगी. उनकी लड़ाई में I.N.D.I.A गठबंधन उनके साथ खड़ा है.'


महुआ मोइत्रा को शुक्रवार (8 दिसंबर 2023) को लोकसभा में चर्चा के बाद सदन से निष्कासित कर दिया गया था. महुआ के खिलाफ एक्शन लेते हुए सभापति ओम बिरला ने कहा, 'कई बार सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं.' वहीं अपने निष्कासन के बाद विपक्षी सांसदों के साथ वॉक आउट करते हुए महुआ ने मीडिया से कहा, 'मेरा निष्कासन उनके अंत की शुरुआत है.'


क्यों निष्कासित की गईं महुआ मोइत्रा? 
महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोपों पर कार्रवाई हुई है. स्पीकर ओम बिरला ने कहा, महुआ मोइत्रा के खिलाफ सदन में प्रश्न पूछने के बदले नकदी लेने में प्रत्यक्ष संलिप्तता के संदर्भ में सांसद निशिकांत दुबे द्वारा 15 अक्टूबर को दी गई शिकायत पर आचार समिति की पहली रिपोर्ट पर विचार के उपरांत समिति के निष्कर्षों को सभा स्वीकार करती है कि सांसद महुआ मोइत्रा का आचरण अनैतिक और संसद सदस्य के रूप में अशोभनीय है. इस कारण उनका लोकसभा सदस्य बना रहना उपयुक्त नहीं होगा. इसलिए यह सभा संकल्प करती है कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया जाए.’’


सदन में क्या बोली टीएमसी?
सदन में आचार समिति की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने लोकसभा अध्यक्ष से कई बार आग्रह किया कि मोइत्रा को उनका पक्ष रखने का मौका दिया जाए, लेकिन बिरला ने पुरानी संसदीय परिपाटी का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया. कल्याण बनर्जी ने कहा कि दर्शन हीरानंदानी को समिति के समक्ष नहीं बुलाया गया और उनका हलफनामा आया. बनर्जी ने कहा कि जब तक व्यक्ति सामने नहीं कहता कि उसका हलफनामा है तो उसकी बात को कैसे माना जा सकता है.


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