Mahua Moitra FEMA Case: 'कैश-फॉर-क्वेरी' मामले में लोकसभा से निष्कासित टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में जांच का सामना कर रही हैं. सोमवार (19 फरवरी) को उन्हें प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होना था लेकिन महुआ ने इसके लिए तीन हफ्ते का समय मांगा है. वह सोमवार को दिल्ली में जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुईं.


इस बीच सोमवार को ईडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि महुआ मोइत्रा के कई विदेशी बैंक खातों का पता चला है, साथ ही विदेश में किए गए लेनदेन का भी पता चला है. सूत्रों ने बताया कि विदेश के एक होटल में महुआ मोइत्रा के लिए एक कमरा बुक कराया गया था, जिसका किराया 7 लाख रुपये था. उन्होंने यह भी बताया कि महुआ मोइत्रा के एनआरआई अकाउंट की सही जानकारी सामने नहीं आई है. माना जा रहा है कि इस बारे में ईडी उनसे पूछताछ करेगी.


बता दें कि रुपये लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में जांच के दौरान कई खुलासे होने का दावा किया गया था, जिसके बाद महुआ मोइत्रा के खिलाफ फेमा मामले की जांच शुरू हुई.


महुआ मोइत्रा का बयान दर्ज करना चाहती है ईडी


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999 के प्रावधानों के तहत मामले में महुआ मोइत्रा से पूछताछ करना चाहती है. ईडी के जांचकर्ता मामले से जुड़ा उनका बयान दर्ज करना चाहते हैं. मोइत्रा सीबीआई जांच का सामना भी कर रही हैं. सीबीआई लोकपाल के संदर्भ पर उनके खिलाफ आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है.


8 दिसंबर को हुई थीं लोकसभा से निष्कासित


महुआ मोइत्रा तब से विवादों में हैं जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर उपहार के बदले व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. एथिक्स पैनल की ओर से 'कैश-फॉर-क्वेरी' मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 8 दिसंबर को महुआ मोइत्रा को लोकसभा सदस्य के रूप में निष्कासित कर दिया गया था. महुआ मोइत्रा ने लोकसभा से अपने निष्कासन को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था.


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