Mahua Moitra News: सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बीच इन दिनों एक तीन साल का कुत्ता विवाद की वजह बना हुआ है. संसद में सवाल पूछने के बदले कैश लेने के मामले को लेकर महुआ पहले से ही मुसीबतों में फंसी हुई हैं. ऊपर से अब इस मामले में उनके पूर्व पार्टनर जय अनंत देहाद्रई की भी एंट्री हो गई है. देहाद्रई की चिट्ठी के आधार पर ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर सवाल पूछने के बदले कैश लेने का आरोप लगाया था. 


दरअसल, महुआ और देहाद्रई के बीच तीन साल के रोटविलर ब्रीड के कुत्ते की कस्टडी को लेकर विवाद है. इस रोटविलर कुत्ते का नाम हेनरी है, जो फिलहाल महुआ के पास है. जय अनंत देहाद्रई इस कुत्ते की कस्टडी अपने पास चाहते हैं. देहाद्रई ने शुक्रवार (20 अक्टूबर) को आरोप लगाया है कि महुआ ने कहा है वह हेनरी को उन्हें लौटा देंगी, अगर वह कथित 'सवाल पूछने के बदले कैश लेने' के मामले में हीरानंदानी ग्रुप के साथ उनके संबंधों को लेकर सीबीआई को की गई शिकायत वापस ले लेते हैं. 


जय अनंत देहाद्रई ने क्या कहा? 


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देहाद्रई ने लिखा, 'कल दोपहर हेनरी के बदले मुझे सीबीआई को की गई शिकायत और निशिकांत दुबे को लिखे पत्र को वापस लेने के लिए मजबूर करने की कोशिश की गई. मैंने साफ कर दिया और कहा कि मैं सीबीआई को जानकारी दूंगा.' उन्होंने आगे कहा, 'मैसेज करने वाला बेहद मासूम है, लेकिन वह अपने बारे में सबकुछ उजागर कर रहा है.' महुआ और देहाद्रई दोनों ने ही एक दूसरे पर हेनरी को चुराने का आरोप लगाया है. इस मामले में पुलिस में केस भी दर्ज करवाया गया है. 






सवाल पूछने के बदले कैश लेने के मामले में फंसी हैं महुआ


दरअसल, इन दिनों महुआ मोइत्रा सवाल पूछने के बदले कैश लेने के मामले में फंसती हुई नजर आ रही हैं. इस मामले की सबसे पहले जानकारी बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दी थी. उन्होंने देहाद्रई की चिट्ठी के आधार पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह टीएमसी सांसद ने संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे लिए हैं. इस चिट्ठी में एक बिजनेसमैन का नाम भी सामने आया है, जो दर्शन हीरानंदानी हैं. 


दर्शन हीरानंदानी एक साइन किए गए हलफनामे में इस बात को स्वीकार भी किया है कि उन्होंने संसद में सवाल पूछने के लिए महुआ को पैसे दिए. उनका बंगला रेनोवेट करवाया. हीरानंदानी का कहना है कि वह महुआ की ओर से उनके संसदीय लॉगिन आईडी और पासवर्ड के जरिए सवाल पूछते थे. हालांकि, महुआ ने इन आरोपों को खारिज करते हुए हलफनामे पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि इस पर हीरानंदानी से जबरदस्ती साइन करवाए गए हैं. 


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