TMC MP Mahua Moitra In Lok Sabha: संसद का बजट सत्र जारी है. मंगलवार (7 फरवरी) को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया तो उन्होंने एनडीए सरकार और बीजेपी को आड़े हाथों लिया.
इस दौरान वो कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर गईं जिसे संसद में असंसदीय करार दिया गया. उनके बोलने के दौरान ही बीजेपी के सांसदों ने आपत्ति जताई. हो हल्ला बढ़ते देख स्पीकर को चेतावनी देने पर मजबूर होना पड़ा, लेकिन ये बात यहीं पर खत्म नहीं हुई. महुआ के बोलना बंद करने के बाद भी हंगामा जारी रहा और लोकसभा की कार्यवाही थम गई. सांसदों ने महुआ से माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को महुआ के बयान पर उचित कार्रवाई करने को कहने के बाद ही कार्यवाही दोबारा से चली.
महुआ ने कहा...
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, "मुझे इसे दोहराने की जरूरत है क्योंकि वे मुझे परेशान करने और भाषण में बाधा डालने और उसे बर्बाद करने के लिए ऐसा कर रहे हैं .. महुआ केवल सच्चाई के पीछे है,"
दरअसल महुआ ने अपनी स्पीच की शुरुआत पेगासस, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री और रफाल डील से की थी. इसे सुनकर बीजेपी के सांसद आक्रामक हो उठे. महुआ ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री से लेकर वित्त मंत्री तक का जिक्र किया और इसके साथ अडानी को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमलावर हुई. इसे लेकर सांसदों उनके सामने आ गए. स्पीकर की नामित करने की चेतावनी के बाद भी सांसद शांत नहीं हुए. दरअसल महुआ ने कहा कि ये सरकार टोपी पहनाने वाली सरकार है. उनका इतना कहते ही सांसदों का रोष ओर बढ़ गया और वो हंगामा करते रहे.
उचित कार्रवाई के लिए कहा गया
टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू (TDP MP K Ram Mohan Naidu) के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को सदन में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया था. टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू कहते रह गए कि बोलने दो न मुझे में बोल रहा हूं. इसी को लेकर सत्ता पक्ष के सांसद भड़क उठे थे. सांसदों की तरफ से महुआ के बयान के बाद भी शांत न होने पर आखिर में आसन की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को महुआ के बयान पर उचित कार्रवाई को कहा गया.
उन्होंने टीएमसी सांसद मोइत्रा के बोले गए शब्दों को आपत्तिजनक करार देते हुए उन्हें माफी मांगने को कहा. तब कहीं जाकर बीजेपी के सांसद थमे और रुकी हुई लोकसभा की कार्यवाही दोबारा से शुरू हो सकी.