Cash For Query Case:  तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कैश फॉर क्वैरी मामले की जांच कर रही लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने टीएमसी नेता को निष्कासित करने सिफारिश की है. इस बीच लोकसभा एथिक्स कमेटी की सदस्य और भारतीय जनता पार्टी  (BJP) सांसद रजिता सारंगी ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा के निष्कासन की बात कही गई है.


एबीपी न्यूज बात करते हुए उन्होंने कहा कि कैश फॉर क्वैरी मामले में टीएमसी सांसद को बर्खास्त किया जा सकता है.  उन्होंने कहा, "महुआ मोइत्रा को सुनने का मौका दिया गया. उन्होंने जो कुछ कहा, हमने उसे नोट किया." 


निलंबित कांग्रेस सांसद परिणीत कौर के रिपोर्ट के समर्थन में वोट करने पर अपराजिता सारंगी ने कहा कि उन्होंने सही का साथ दिया. रजिता सारंगी ने कहा कि इससे सभी सांसदों को एक सबक सीखने की जरूरत है कि संसद के किसी भी सदस्य को ऐसा नहीं करना चाहिए. 


लोकसभा को बुधवार को भेज दी गई थी रिपोर्ट
एथिक्स कमेटी के पहले से ही फिक्स होने के आरोपों को लेकर कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि कमेटी का आज का एजेंडा केवल पिछली तीन बैठकों, शिकायत और दर्शन हीरानंदनी के हलफनामे के बाद तैयार की गई रिपोर्ट को अपनाना था. उन्होंने कहा कि लोकसभा को एक डिटेल रिपोर्ट कल यानी बुधवार (8 नवंबर) भेजी गई थी. आज सिर्फ उसे एडोप्ट करने की प्रक्रिया होनी थी.


'परिणीत कौर ने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया'
इस बीच कौर के टीएमसी नेता के निष्कासन के लिए वोट करने पर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, पंजाब हमेशा भारत की अस्मिता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खड़ा रहा है. आज फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस पार्टी की सांसद परिणीत कौर ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई समझौता नहीं किया. भारत पंजाब के जांबाजों का कृतज्ञ था, है और रहेगा.






निष्कासन के पक्ष में परनीत कौर
इससे पहले विनोद सोनकर की अध्यक्षता वाले 15 सदस्यीय पैनल में छह सदस्यों ने उस रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया. जिसमें महुआ मोइत्रा के निष्कासन की मांग की गई थी. इसमें परिणीत कौर भी शामिल हैं. इसके अलावा 4 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया. कौर ने कहा, "मैंने उनके (महुआ मोइत्रा) के निष्कासन के लिए मतदान किया. मैं कांग्रेस से निलंबित सदस्य हूं."


विपक्षी सदस्यों का रिपोर्ट पर चर्चा न करने का आरोप
लोकसभा एथिक्स पैनल में शामिल विपक्षी दलों के सदस्यों ने कहा कि समिति को दर्शन हीरानंदानी को पूछताछ के लिए बुलाया जाना चाहिए था. इसके अलावा विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट पर चर्चा न करने का भी आरोप लगाया.


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