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राफेल से लेकर रोजगार तकः प्रधानमंत्री मोदी के संसद में दिए गए भाषण की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार के 55 साल के कार्यों की तुलना अपनी सरकार के 55 महीनों के कामकाज से करते हुए कहा कि कांग्रेस शासनकाल के साल सत्ताभोग वाले थे जबकि भाजपा की सरकार सेवाभाव वाली सरकार है.
नई दिल्लीः आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. इस पूरे भाषण के दौरान पीएम मोदी ने जहां अपनी सरकार की साढ़े चार सालों या 55 महीनों की उपलब्धियों का बखान किया वही विपक्ष पर भी जमकर हमले किए. जानिए पीएम के भाषण की खास बातें
55 साल बनाम 55 महीने
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार के 55 साल के कार्यों की तुलना अपनी सरकार के 55 महीनों के कामकाज से करते हुए कहा कि कांग्रेस शासनकाल के साल सत्ताभोग वाले थे जबकि भाजपा की सरकार सेवाभाव वाली सरकार है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहचान पारदर्शिता, ईमानदारी और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने, जनता के लिये तेज गति से काम करने के रूप में बनी है.
पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा ‘‘कांग्रेस शासनकाल के सत्ताभोग के 55 साल और हमारे सेवाभाव के 55 महीने हैं.’’ प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े. उन्होंने कहा कि हमारे पास समर्पण भाव है इसलिये दो सीटों से यहां तक पहुंच गए और अभिमान के कारण आप 44 रह गए. उन्होंने 55 साल के सत्ताभोग और 55 महीने की तुलना करते हुये कहा कि संप्रग के कार्यकाल में भारत जीडीपी के आधार पर 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी और आज देश छठे पायदान पर आ गया है. उन्होंने कहा कि स्टील उत्पादन, दूध उत्पादन में अव्वल और मोबाइल फोन निर्माण में भारत आज दुनिया में दूसरे स्थान पर है.
राफेल पर बोले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल सौदे पर विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में सेना को निहत्था बनाकर रखा और वह नहीं चाहती कि देश की वायुसेना मजबूत हो. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस किसके फायदे के लिये राफेल सौदा रद्द कराना चाहती है? उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि हमारी वायुसेना मजबूत हो. मैं डंके की चोट पर गंभीर आरोप लगा रहा हूं.’’ उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘‘आप किस कंपनी के लिए खेल रहे हैं. आप चाहते हो कि राफेल सौदा रद्द हो. मैं पूछता हूं कि कौन लोग हैं जिनके लिये आप इसके पीछे पड़े हो.’’ मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आपने तीस साल तक देश की सेना को निहत्था बनाकर रखा.’’ उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस पार्टी और यूपीए के कालखंड में रक्षा सौदों में दलाली के बिना काम हो ही नहीं सकता था.
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने सोचा कि कांग्रेस के लोग राफेल पर झूठ इतने भरोसे से क्यों बोलते हैं? मुझे पता चला कि वे मानकर चलते हैं कि कोई रक्षा सौदा बिना दलाली के हुआ ही नहीं तो अब कैसे हो सकता है. जब पारदर्शिता से, ईमानदारी से देश की वायुसेना को मजबूत करने का काम हो रहा है तो कांग्रेस के लोग बौखला जाते हैं.’’ मोदी ने विदेश से क्रिश्चियन मिशेल समेत तीन बिचौलियों के भारत प्रत्यर्पण की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज कांग्रेस के लोगों के चेहरे उतरे हुए हैं क्योंकि एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन राजदार पकड़कर यहां लाये गये हैं.
संस्थाओं पर हमले का जिक्र कर बोले
पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस की सरकारों ने न सेना को बख्शा और न ही न्यायपालिका को छोड़ा, बल्कि धारा 356 का 100 बार इस्तेमाल किया और चुनी हुई सरकार को गिरा दिया, वो कांग्रेस हमारी सरकार की निष्पक्षता पर सवाल नहीं खड़ी कर सकती. पीएम मोदी ने कहा कि सेना पर सवाल उठाने वाले हमारी निष्पक्षता पर सवाल उठाते हैं, कांग्रेस ने सेना को अपमानित किया है. कांग्रेस ने हमेशा से न्यायपालिका को डराने की कोशिश की है. कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि मोदी और बीजेपी की आलोचना करते-करते ये देश की बुराई करने लग जाते हैं. देश की बुराई करना गलत है. प्रधानमंत्री ने कहा, मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वो मोदी पर उंगली उठाते हैं तो बाकी की चार उंगली उनकी तरफ होती है. देश में आपातकाल कांग्रेस ने थोपा, लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है. सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा, और कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है.
महागठबंधन है महामिलावट
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को मालूम है कि मिलावट वाली सरकार क्या होती है और अब तो महा-मिलावट आने वाली है. स्वस्थ लोकतंत्र के लिए लोग महामिलावट से दूर रहेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि केरल से लेकर बंगाल तक महामिलावट चल रही है. इससे जनता दूर रहेगी. कोलकाता में एक मंच पर रहने वाले केरल में आंख नहीं मिलाते हैं.
विपक्ष के महागठबंधन की पहल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी गयी. उन्होंने विपक्ष के गठबंधन की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘अब तो महामिलावट आने वाली है.’ मोदी ने कहा कि देश ने यह महामिलावट 30 साल देखी है. स्वस्थ समाज महामिलावट से दूर रहता है और मजबूत लोकतंत्र में भरोसा करता है. इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें डरना ही होगा. ऐसे लोगों से लड़ने के लिये जिंदगी खपाई है. देश में चोर, लुटेरों को डर खत्म हो गया था, ऐसे लोगों के मन में डर पैदा करने के लिये जनता ने मुझे बिठाया है. सरकार की पहचान ईमानदारी, पारदर्शिता, भ्रष्टाचार पर कार्रवाई और तेजी से काम करने के लिए है और ये पहचान बनी रहेगी.
बैंकों के एनपीए-माल्या पर बोले
बैंकों के एनपीए पर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बैंकों के एनपीए बेतहाशा रूप से बढ़े और इसका खामियाजा मोदी सरकार को भुगतना पड़ा है. जिनकी सरकार के दौरान बैंकों ने अंधाधुध कर्ज देके बैंकिंग सिस्टम को बड़ी चोट पहुंचाई आज वो हमारी सरकार के बैंकों को बचाने के प्रयासों पर सवाल उठा रही है. मेरी सरकार ने बैंकों के कामकाज के पारदर्शिता लाने, बैंकों के एनपीए कम करने और बैंकों की प्रणाली में सुधार लाने के लिए बड़े और कड़े कदम उठाए हैं.
इसके अलावा विजय माल्या के देश से बाहर जाने के मुद्दे पर कहा कि ऐसे लोग आज ट्विटर पर रो रहे हैं कि मैं देश का 9000 करोड़ लेकर गया था और मोदी सरकार ने मेरी 13,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली. विजय माल्या को यूपीए के शासनकाल में ताबड़तोड़ तरीके से कर्ज बिना किसी जांच पड़ताल के दिए जा रहे थे. एक फोन पहुंच जाता था और इसके साथ ही बैंकों को ऐसे लोगों को कर्ज देने की मजबूरी होती थी. मोदी सरकार ने आकर उसके कर्ज न चुकाने की मंशा को जाना और ऐसे लोगों के लिए कड़े प्रावधान किए जिससे देश का पैसा गलत हाथों में जाने से रुक सके.
बेरोजगारी पर ये कहा
पीएम मोदी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर कुछ आंकड़े पेश करते हुए कहा कि 2014 तक देश में 65 लाख लोग एनपीएस में रजिस्टर थे जबकि अक्टूबर 2018 में 1 करोड़ 20 लाख नए लोग एनपीएस से जुड़े हैं. असंगठित सेक्टर में ट्रांसपोर्ट सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरी के अवसर आए हैं. देश में टैक्सी एग्रीगेटर सर्विसेज का इतना विस्तार हो रहा है. इसमें भी रोजगार पैदा हो रहे हैं. मुद्रा योजना के तहत पहली बार लोन पाने वालों की संख्या 4 करोड़ से ज्यादा हुई है लेकिन ये लोग जॉब डेटा के तहत नहीं आते हैं.
क्लीन, इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया जैसे सरकार के मिशन भी स्वरोजगार के मौकै मुहैया करा रहे हैं. होटल इंडस्ट्री में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 4 सालों में 36 लाख नए ट्रक बिके हैं. देश में दुगुनी गति से हाईवे, रोड बन रहे हैं जिनमें लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है.
आज जो बेरोजगारी के आंकड़े आ रहे हैं वो इसलिए ज्यादा कठिन लग रहे हैं क्योंकि उनको मापने के तरीके पुराने हैं. देश में असंगठित क्षेत्र में 85-90 फीसदी नौकरियों का सृजन हो रहा है जबकि सिर्फ 10-15 फीसदी ही संगठित क्षेत्र में नौकरी के मौके पा रहे हैं. लेकिन जो जॉब डेटा आता है वो संगठित क्षेत्र के आधार पर आता है और इसीलिए नौकरियों के आंकड़े पूरी तरह सच्चाई बयां नहीं कर पा रहे हैं.
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