Mumbai Fire News Updates: आज मुंबई सेंट्रल स्थित कमला बिल्डिंग में सुबह 7 बजे के क़रीब भीषण आग लग गई. इस हादसे में 6 लोगों ने अपने जान गवा दी तो 16 लोगों का अब भी इलाज चल रहा है।. मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने बताया की आग लगनी की प्राथमिक जानकारी जो मिली है वो शॉर्टसर्किट है पर अब भी BMC के अधिकारी देख रहे हैं ताकि समझ सके किस वजह से आग लगी होगी.


पेडणेकर में यह भी बताया की जब मरीज़ों को यहां वहां अस्पतालों में ले ज़ाया जा रहा था तभी रिलायंस अस्पताल, मसिना अस्पताल और वोकार्ड अस्पताल मरीज़ों को नही ले रहे थे हम उनसे पूछेंगे की ऐसा क्यूँ किया और उन्हें ऐसा नही करना चाहिए जब इस तरह के हालात हों अस्पताल लोगों की जान बचाने के लिए होते हैं.


चीफ़ फ़ायर ब्रिगेड अधिकारी एचडी परब ने ABP न्यूज़ को जानकारी दी और बताया की आग लगने की खबर मिलते ही मौक़े पर फ़ायर ब्रिगेड की 21 गाड़ियां और 10 के क़रीब एम्बुलेंस घटना स्थल पर पहुँची और फ़ायर को नियंत्रण में लाया गया. डक में जो वायर थे वो पूरी तरह से मेल्ट हो गए हैं पूरी बिल्डिंग में धुआँ पसर गया था ख़ास करके 19 वीं मंज़िल पर. इस इमारत में पहले से ही फ़ायर अपलायंसेस है जो की काम नहीं कर रहा था इस वजह से वो आग पर नियंत्रण नही कर पाए और हमारे आने के बाद हमने आग पर क़ाबू पाया और लोगों को रेस्क्यू किया.


भाटिया अस्पताल ने किया मुफ्त में इलाज


स्थानीय सांसद अरविंद सावंत ने ABP न्यूज़ से बताया की वो सरकार से बात करेंगे की आख़िर जिनकी मौत हुई है या जो लोग ज़ख़्मी हुए हैं उन्हें क्या मुआवज़ा दिया जा सकता है क्यूंकि यहां हर कोई सामान्य आदमी है मध्यम वर्ग के लोग हैं. इसके अलावा शुरुआत में भाटिया अस्पताल पैसों की मांग की थी पर बाद में उन्होंने मुफ़्त में इलाज किया और जिन लोगों ने मरीज़ों को लेने से मना किया उनपर क्या करवाई की जा सकती है वो देखेंगे.


इसी इमारत में रहने वाले राजकुमार निर्मल ने ABP से बात करते हुए बताया की वो 14 वीं मंज़िल पर रहते हैं जब आग लगी तब वो सो रहे थे और आग का पता लगते ही वो अपने घर वालों को लेकर सीढ़ियों से भागने लगे. निर्मल ने बताया की बिल्डिंग में लाइट पूरी तरह से बंद हो गई थी और इस वजह से लिफ़्ट भी बंद हो गया था.


संतोष कनौजिया ने ABP न्यूज़ को बताया वो सुबह अपने घर वालों को छोड़ने LTT स्टेशन गए थे और जब वापस आए तो सो गए और जब सब जगह धुआं उठने लगा तब वो सीढ़ियों से नीचे भागने लगे इस प्रक्रिया में कई लोग ज़ख़्मी हुए किसी के सर पर, पैरों में और हाथों में चोट लगी है.


29 लोग हुए थे ज़ख़्मी


इस हादसे के बाद कुल 29 लोग ज़ख़्मी हुए थे जिसमें से 2 लोगों को कस्तूरबा अस्पताल ले ज़ाया गया, जिसके से एक की मौत हो गई, एक ज़ख़्मी को मसीना अस्पताल ले ज़ाया गया था जिसका इलाज कर उसे भाटिया अस्पताल में शिफ़्ट कर दिया गया है, 19 लोगों का इलाज भाटिया अस्पताल में चल रहा था जिसमें से एक ज़ख़्मी को नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई और 5 लोगों का इलाज कर भाटिया अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है. 6 ज़ख़्मी लोगों का इलाज नायर अस्पताल में चल रहा था जिसने से 4 लोगों की मौत हो गई है. वहीं एक ज़ख़्मी का इलाज रिलायंस और एक ज़ख़्मी का इलाज वोकार्ड अस्पताल में चल रहा है. इस मामले में गामदेवी पुलिस ADR दर्ज कर रही है और फ़ायर विभाग की रिपोर्ट के आधार पर करवाई करेगी.


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