जम्मू: भीषण गर्मी ने हाहाकार मचा रखा है. उत्तराखंड के अलावा जम्मू में भी जंगल जल रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर के पास तक आग की आंच पहुंच गई है. त्रिकुटा के पहाड़ धुएं में ढक गए हैं. तेज गर्मी की वजह से हिमकोटी और सांझी छत के बीच आग लग गई है. जिसके बाद दोनो मार्गों को बंद कर दिया गया है. कटरा से रजिस्ट्रेशन को रोक दिया गया है, जिससे 25 से 30 हजारी यात्रियों को कटरा में ही रुकना पड़ा.
स्टैंडबाय मोड पर हैं हेलिकॉप्टर
पुलिस दर्शनार्थी ने बताया है कि जंगलों में आग लगी है लेकिन ट्रैक को फिलहाल नुकसान नहीं हुआ है. आग बुझाने के लिए इंडियन वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को स्टैंडबाय पर रहने को बोला गया है. सिर्फ कटरा नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर के राजौरी इलाके में भी जंगलों में आग लग गई है. नौशेरा सेक्टर में आनेवाले किला धराल के जंगलों में आग लगी हुई है. वन विभाग और दमकल विभाग आग बुझाने में जुटे हैं.
हालात का सामना करने के लिए अधिकारी तैयार नहीं- सीएम त्रिवेंद्र
वहीं उत्तराखंड अब भी जंगल की आग से दहक रहा है. 295 नई जगहों से जंगलों में आग लगने की खबर है. कुल मिलाकर उत्तराखंड में अब तक एक हजार से ज्यादा जगहों पर जंगल में आग लग चुकी है. खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मान रहे हैं कि अधिकारी इन हालात का सामना करने के लिए तैयार नहीं है.
कैसे लगती है जंगलों में आग?
बता दें कि तेज गर्मी के चलते झाड़ियां सूख जाती हैं, ऐसे में हल्की सी चिंगारी आग भड़का देती है. हवा चलने के दौरान पत्तों के आपस में रगड़ने से चिंगारी और भड़क जाती है. कई बार जलती सिगरेट, बीड़ी फेंके जाने से भी सूखी घास और झाड़ियां आग पकड़ लेती हैं. वन विभाग का आरोप है कि कई बार कुछ लोग अपने फायदे के लिए भी आग लगा देते हैं.