गांधीनगर: गुजरात में चुनाव लड़े बिना भी अहम किरदार निभा रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस को समर्थन के मुद्दे पर हार्दिक अलग पड़ गए हैं. पाटीदारों की शीर्ष धार्मिक संस्था के साथ साथ आरक्षण के लिए आंदोलन की शुरुआत करने वाले सरदार ग्रुप ने भी हार्दिक से पल्ला झाड़ लिया है.


मेहसाणा स्थित पाटीदार समाज की शीर्ष संस्था उमियाधाम के मुख्य ट्रस्टी विक्रम पटेल ने हार्दिक के उस दावे का खंडन किया है कि कांग्रेस की ओर से दिए आरक्षण के फॉर्मूले का उन्होंने समर्थन किया. विक्रम पटेल का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है.


पाटीदार आरक्षण के लिए सबसे पहले आंदोलन करने वाले सरदार पटेल ग्रुप यानी एसपीजी के अध्यक्ष लालजी पटेल ने भी हार्दिक के आंदोलन को नकारते हुए कहा कि पाटीदार समाज इसको नहीं स्वीकार करने वाला है. आरक्षण को लेकर हार्दिक कांग्रेस के जिस फॉर्मूले पर समर्थन का एलान कर चुके हैं लालजी पटेल उसे लॉलीपॉप ही बता रहे हैं.


दो दिन पहले ही हार्दिक ने ये कहकर कांग्रेस को समर्थन का एलान किया था कि आरक्षण पर बात बन गई है. हार्दिक के मुताबिक कांग्रेस के फॉर्मूले में पाटीदारों को स्पेशल कैटेगरी में आरक्षण देने की बात कही गई थी. ये स्पेशल कैटेगरी का आरक्षण गुजरात के मौजूदा 49% से अधिक होगा.


कांग्रेस के फॉर्मूले के मुताबिक पटेलों को स्पेशल कैटेगरी में डालने के लिए एक कमीशन बनेगा. सरकार स्पेशल कैटेगरी में आरक्षण का बिल बनाएगी. ये बिल संविधान के अनुच्छेद 31C और 46 के प्रावधानों के आधार पर बनेगा. अनुच्छेद 46 के मुताबिक अनुसूचित जातियों, जनजातियों और कमजोर वर्ग के शैक्षणिक और आर्थिक हितों को बढ़ावा देने की बात कही गई है.