जानें मकर संक्रांति 2020 की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, जानें Makar Sankranti के दिन आपको क्या-क्या करना चाहिए
मकर संक्रांति के दिन सूर्य तुला राशि में नीच और मेष राशि में उच्च के हो जाते हैं. मकर राशि सूर्य के शत्रु ग्रह शनि की राशि है. सूर्य और शनि के बीच पिता-पुत्र का संबंध होने के बाद भी एक दूसरे का शत्रु माना गया है. लेकिन इस दिन पिता अपने पुत्र के घर आते हैं. इसका संबंध सुख समृद्धि से भी है.
नई दिल्ली: मकर संक्रांति का दिन बेहद शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मोक्ष प्राप्त होता है. इस पवित्र दिन को कैसे बिताया जाए यह एक बड़ा सवाल है. जानते हैं इस दिन के बारे में
मकर संक्रांति के दिन सुबह उठकर घर के बुजुर्गों के पैर छूकर आर्शीवाद लेना चाहिए. इसके बाद स्नान करें. अगर घर के पास कोई नदी है तो उसमें स्नान करना सबसे अच्छा रहेगा. लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो घर में गंगाजल की बूंदे जल में मिलाकर भी स्नान किया जा सकता है. स्नान करने के बाद पूजा करनी चाहिए. इसके बाद सूर्य भगवान को जल चढ़ाना चाहिए. इस दिन जल चढ़ाते समय जल में लाल चंदन, गंगाजल की बूंदे मिला लेनी चाहिए. सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय जल की धारा के बीच से सूर्य भगवान को देखने की कोशिश करें और सूर्य मंत्र का जप करना चाहिए.
इसके बाद दान देने की प्रक्रिया प्रारंभ करें. दान में चावल और काली उड़द देना चाहिए. काली उड़द का संबंध शनि से हैं. इस दिन सूर्य अपने पुत्र के घर आते हैं. इसलिए जिनकी जन्मकुंडली में शनि अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं. उन्हें काली उड़द के दान से राहत मिलेगी. जिन लोगों के जीवन में संघर्ष और परेशानियां चल रही हैं उन्हें अपने घर में इस दिन सत्यनारायण की कथा का आयोजन करना चाहिए. इस दिन इस कथा को सुनने से कई तरह के दोष दूर हो जाते हैं. इस पूजा में नवग्रहों की भी पूजा की जाती है. जिन लोगों की जन्मकुंडली नहीं है ऐसे लोगों को इस कथा को जरूर सुनना चाहिए. इससे उनके जीवन में चल रही छोटी बड़ी परेशानी कम होना शुरू हो जाएंगी.
इस दिन घर में गायत्री मंत्र का जाप करना भी फायदा देता है. गायत्री मंत्र का जाप करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है. घर का एक तरह से शुद्धिकरण हो जाता है हर प्रकार की बुरी नजर और बुरी छाया से निजात मिलती है. इस दिन घर के प्रत्येक कोने में गंगाजल की बूंदे छिड़कनी चाहिए और धूपबत्ती का धुआं दिखाना चाहिए.