(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जापान में भारत की ताकत से थर्राएगा चीन! INS कमोर्टा और INS शिवालिक दिखाएंगे शक्ति प्रदर्शन, जानिए क्या है इनकी खासियत
Malabar Exercise 2022: इस बार जापान QUAD देशों के साथ मिलकर मालाबार नौसैनिक अभ्यास 2022 की मेजबानी कर रहा है. इसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं शामिल हैं.
INS Kamorta and INS Shivalik: भारत एक बार फिर चीन को आंख दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. जापान में होने वाले मालाबार युद्धाभ्यास से इस बार चीन का डरना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इस बार यहां भारत के दो फ्रंटलाइन वॉरशिप अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं. INS कमोर्टा और INS शिवालिक अपना रणकौशल दिखाकर चीन के होश उड़ाने वाले हैं. चाहे चीन अपनी सैन्य ताकत को कितना ही क्यों न बढ़ा ले भारत की ये दोनों वॉरशिप इस बार ड्रैगन के अहंकार को पूरी तरह से नष्ट करने वाली हैं.
INS कमोर्टा
- युद्धपोत (Warship) आईएनएस कमोर्टा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह देश में पूरी तरह स्वदेशी तकनीक बना है. नेवी के प्रोजेक्ट-28 के तहत बनाए गए इस युद्धपोत में 90 प्रतिशत हिस्सा भारत में ही विकसित और निर्मित है.
- 110 मीटर लंबाई और 14 मीटर की चौड़ाई वाले इस पोत में दो डीज़ल इंजन लगे हैं. इसकी डिस्प्लेसमेंट कैपेसिटी 3500 टन है और यह 25 नॉट तक की स्पीड से चल सकता है.
- इस पोत में पनडुब्बीरोधी रॉकेट और टॉरपीडो लगाए गए हैं. यह वॉरशिप मध्यम और बहुत पास (Medium and Close-in) आर्मामेंट सिस्टम से लैस है. भारत में ही बना रेवती राडार इस पोत पर लगा है.
- 46 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाला आईएनएस कमोर्टा की रेंज करीब 6,500 किलोमीटर है. ये रडार की पकड़ में भी नहीं आता. डीआरडीओ के बनाए रडार रेवती को आईएनएस कमोर्टा में फिट किया गया है.
- डीआरडीओ के बनाए रडार रेवती को आईएनएस कमोर्टा में फिट किया गया है. जो जंग के दौरान 200 किलोमीटर तक मौजूद सभी पनडुब्बियों की जानकारी देता है.
INS शिवालिक
- आईएनएस शिवालिक भारतीय नौसेना के लिए बनाए गए स्टील्थ मल्टी-रोल फ्रिगेट के अपने वर्ग का प्रमुख जहाज है. इसकी खास बात है कि यह भारत में निर्मित पहला स्टील्थ युद्धपोत है.
- INS शिवालिक को मुंबई स्थित मझगांव डॉक लिमिटेड में बनाया गया था. पोत का निर्माण 2001 में शुरू हुआ और 2009 तक पूरा हो गया था.
- यह युद्धपोत हवा, जमीन और पानी के नीचे दुश्मनों को खोजने और तबाह करने में सक्षम है. 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाले इस युद्धपोत को ब्रह्मोस और बराक मिसाइल से लैस किया गया है.
- इस युद्धपोत की लंबाई 143 मीटर है और इसका वजन 6000 टन है. इस युद्धपोत में आधुनिकतम नियंत्रण प्रणालियां और रेडार की पकड़ में आने से बचने की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
मालाबार एक्सरसाइज 2022 का आगाज
बता दें कि, आज से जापान में मालाबार एक्सरसाइज 2022 (Malabar Exercise 2022) का आगाज होने जा रहा है. समंदर में चीन की आक्रामकता के खिलाफ क्वाड के चार देश युद्धाभ्यास करेंगे. इसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं शामिल हैं.