Malabar Exercise: पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर एक बार फिर चीन से गतिरोध बढ़ने के बीच भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं ने मंगलवार से बंगाल की खाड़ी में मालाबार युद्धभ्यास शुरू कर दिया. इस बीच अमेरिकी नौसेना के ऑपरेशन्स चीफ, एडमिरल माइरल गिलडे पांच दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंच गए हैं. वे भारतीय नौसेना के वरिष्ठ कमांडर्स के साथ खुद मालाबार युद्धभ्यास की समीक्षा करेंगे. 


भारतीय नौसेना ने मालाबार एक्सरसाइज के पहले दिन की तस्वीरें मीडिया से साझा की. भारतीय नौसेना के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में होने जा रही मालाबार 2021 एक्सरसाइज का ये दूसरा चरण है. पहला चरण अगस्त के महीने में फिलीपींस के समंदर में गुआम द्वीप के करीब हुआ था.


12-15 अक्टूबर तक चलने वाली इस मेरीटाइम एक्सरसाइज में अमेरिकी नौसेना का न्युक्लिर एयरक्राफ्ट कैरियर, यूएसएस कार्ल विंसन हिस्सा ले रहा है तो भारतीय नौसेना की एक पनडुब्बी भी इस वॉर-गेम का हिस्सा है. मालाबार एक्सरसाइज के दूसरे चरण में भारतीय नौसेना की एक पनडुब्बी के अलावा आईएनएस रणविजय और आईएनएस सतपुड़ा युद्धपोत सहित पी8आई टोही विमान हिस्सा ले रहा है. अमेरिकी नौसेना की तरफ से निमित्ज-क्लास कार्ल विंसन विमानवाहक युद्धपोत सहित दो डेस्ट्रोयर, यूएसएस लेक चैंपियन और यूएसएस स्टॉकडेल हिस्सा ले रहे हैं.




जापान की नौसेना की तरफ से मालाबार एक्सरसाइज में  जेएस कागा और जेएस मुरासेम हिस्सा ले रहे हैं. आस्ट्रेलियाई नौसेना की तरफ से एचएमएएस बलारत और एचएएमएस सिरियूस हिस्सा ले रहे हैं.


जानकारी के मुताबिक, दूसरे फेज़ की एक्सरसाइज पहले चरण के दौरान चारों देशों की नौसेनाओं के तालमेल, समन्वय और अंतःक्रियाशीलता पर आधारित है. इस दौरान एडवांस‌ सर्फेस यानि उन्नत सतह, एंटी सबमरीन वॉरफेयर  युद्ध अभ्यास, वैपन फायरिंग और सीमैनशिप  का अभ्यास किया जा रहा है.


आपको बता दें कि मालाबार एक्सरसाइज हमेशा से चीन की आंख में खटकती रहती है. कुछ साल पहले चीन की धमकी के बाद ऑस्ट्रेलिया ने इस युद्धभ्यास में हिस्सा लेना बंद कर दिया था. लेकिन पिछले साल से एक बार फिर आस्ट्रेलिया ने मालाबार में शिरकत करनी शुरू कर दी है. मालाबार एक्सरसाइज की शुरूआत भारत और अमेरिका की नौसेनाओं के बीच द्विपक्षीय अभ्यास से शुरू हुई थी. बाद में जापान भी इसमें शामिल हो गया था.


मालाबार एक्सरसाइज का मकसद हिंद-प्रशांत क्षेत्र में फ्री, ओपन, इनक्लुजिव और रूल बेस्ड इंटरनेशल ऑर्डर को स्थापित करना है, जबकि चीन इस तरह की व्यवस्था को नहीं मानता है.


अमेरिकी नौसेना के ऑपरेशन्स चीफ, एडमिरल माइरल गिलडे आज जब साउथ ब्लॉक स्थित नौसेना प्रमुख के सेक्रेटरिएट पहुंचे तो वहां लगी मराठा एडमिरल कान्होजी आंग्रे की मूर्ति देखकर हतप्रभ रह गए. 17-18वीं सदी में मराठा नौसेना का संचालन करते थे कान्होजी आंग्रे। उनके नेतृत्व में मराठा नौसेना ने ब्रिटिश, डच और पुर्तगाली नौसेनाओं और जहाज के खिलाफ कई सफल ऑपरेशन किए थे.


एडमिरल माइकल गिलडे इन दिनों पांच दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं. मंगलवार को राजधानी दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक लॉन में अमेरिकी एडमिरल माइकल गिलडे का खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने स्वागत किया. उन्हें भारतीय नौसेना की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. वे भारतीय नौसेना के वरिष्ठ कमांडर्स के साथ खुद मालाबार युद्धभ्यास की समीक्षा करेंगे.



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