'मुसलमानों से मांफी मांगें...' मुस्लिम एक्टर के लिए मोहनलाल ने सबरीमाला में की पूजा तो मचा बवाल
Sabarimala Temple: सोशल मीडिया पर प्रसाद की रसीद वायरल हो रहा है, जिसमें मामूट्टी का नाम मुहम्मद कुट्टी लिखा हुआ है. इस मामले को लेकर जब विवाद बढ़ता विवाद देखकर मोहनलाल ने सफाई दी.

Sabarimala Temple: मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल इस समय विवादों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. इस महीने की शुरुआत में उन्होंने अपने दोस्त और साउथ के दिग्गज अभिनेता मामूट्टी के लिए सबरीमाला में पूजा की थी, जिस पर अब विवाद गहराता जा रहा है. सोशल मीडिया पर प्रसाद की रसीद वायरल हो रही है, जिसमें मामूट्टी का नाम मुहम्मद कुट्टी लिखा हुआ है. इसी पर कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि क्या मामूट्टी के इस्लामी विश्वास को देखते हुए हिंदू मंदिर में उनके लिए प्रार्थना करना सही है?
एक्टर मोहनलाल 18 मार्च को सबरीमाला मंदिर गए और मामूट्टी के लिए पूजा की. उनके दर्शन के बाद चढ़ाए गए प्रसाद की रसीद सामने आई है. इसके बाद पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक ओ अब्दुल्ला ने एक्टर मोहनलाल की ओर से अपने दोस्त के लिए सबरीमाला में पूजा करने पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि को एक हिंदू मंदिर में एक मुसलमान के लिए पूजा करने के लिए मुस्लिम समुदाय से माफी मांगनी चाहिए.
'मुस्लिम समुदाय से माफी मांगें'
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कुरान की आयतों का हवाला देते हुए कहा, "अगर यह मामूट्टी की जानकारी में था तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्हें पूरे मुस्लिम समुदाय से माफी मांगनी चाहिए. यह अभिनेता की ओर से एक गंभीर चूक थी. अगर मोहनलाल ने ममूटी की जानकारी के बिना यह प्रसाद चढ़ाया है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. भगवान अयप्पा में मोहनलाल की आस्था बहुत ज्यादा होगी. उन्होंने शायद इसी आस्था के आधार पर ऐसा किया होगा. हालांकि, अगर यह प्रसाद मामूट्टी के निर्देश पर चढ़ाया गया था, तो यह एक बड़ा अपराध है. इस्लामी मान्यताओं के अनुसार, किसी को भी अल्लाह के अलावा किसी और को कुछ नहीं चढ़ाना चाहिए."
मोहनलाल की सफाई
इस मामले को लेकर बढ़ता विवाद देखकर एक्टर मोहनलाल ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उन्हें मामूट्टी ने ऐसा करने के लिए नहीं कहा था, बल्कि उन्होंने खुद अपनी स्वेच्छा से यह पूजा करवाई. मोहनलाल ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में इस विवाद पर कहा कि मामूट्टी उनके भाई की तरह हैं. उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था तो मैंने यह प्रार्थना पूजा करवाई. यह पूरी तरह से व्यक्तिगत थी.
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