Malaysia: भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस जल्द ही मलेशिया की हवाई ताकत में इजाफा कर सकता है, क्योंकि मलेशियाई वायुसेना ने 18 ट्रेनर एयरक्राफ्ट के लिए जो टेंडर प्रक्रिया निकाली थी, उसमें तेजस सभी मानकों पर खरा उतरा है और प्रबल संभावना है कि टेंडर मिल भी जाए. यही वजह है कि एलसीए बनाने वाली डिफेंस पीएसयू, एचएएल मलेशिया की राजधानी, कुआला लुम्पुर में अपना नया ऑफिस खोलने जा रही है. अगर एचएएल को ये टेंडर मिलता है तो दक्षिण-पूर्व देशों में ब्रह्मोस मिसाइल के बाद भारत की ये दूसरी बड़ी उपस्थिति होगी.
एचएएल का कुआला लुम्पुर में नया ऑफिस
हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (HAL) ने गुरुवार को रक्षा सचिव अजय कुमार की मौजूदगी में कुआला लुम्पुर में नया ऑफिस खोलने के लिए अपनी प्रतिनिधि कंपनी फोर्टे-ड्रूस नाम से करार किया. एचएएल के मुताबिक, इस ऑफिस को मलेशिया में नए बिजनेस के अवसर तलाशने के लिए खोल जा रहा है. क्योंकि मलेशिया को लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (LCA) की श्रेणी के फाइटर लीड-इन ट्रेनर (एफएलआईटी) की जरूरत है. साथ ही रॉयल मलेशियाई एयर फोर्स (RMAF) को सुखोई और हॉक विमानों के अपग्रेड की भी जरूरत है. ऐसे में भारत मलेशिया के डिफेंस और एयरोस्पेस क्षेत्र में मदद कर सकता है.
जल्द ही टेंडर खुलने वाला है
रक्षा सचिव अजय कुमार इन दिनों मलेशिया के आधिकारिक दौरे पर हैं, जबकि मलेशियाई नौसेना प्रमुख एडमिरल तान श्री मोहम्मद रेज़ा बिन मोहम्मद सेनी तीन दिवसीय भारत के दौरे पर आए हुए हैं. दरअसल पिछले साल यानि 2021 में मलेशिया के रक्षा मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस) ने 18 एफएलआईटी-एलसीए के लिए एक ग्लोबल टेंडर निकाला था. जल्द ही टेंडर खुलने वाला है. एचएएल को उम्मीद है कि स्वदेशी एलसीए-तेजस को ये टेंडर मिल सकता है क्योंकि तेजस आरएमएफ के सभी पैरामीटर पर खरा उतरा है.
एचएएल हर संभव मदद करने को तैयार
एचएएल की मानें तो भारत के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच-ध्रुव) और लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर सहित डोरनियर और एचटीटी-40 एयरक्राफ्ट में भी मलेशियाई एयरफोर्स के जंगी बेडे़ में शामिल होने की पूरी क्षमता है. ये सभी एरियल-प्लेटफॉर्म एचएएल ही तैयार करता है. यूक्रेन-रुस युद्ध के चलते मलेशियाई वायुसेना को अपने सुखोई विमान के अपग्रेड में दिक्कतें आ रही हैं. ऐसे में एचएएल इसके लिए भी मलेशिया की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है. क्योंकि एचएएल सुखोई फाइटर जेट का निर्माण भी भारत में करता है.
फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल देने का करार
एचएएल के प्रवक्त, गोपास सूतर के मुताबिक, मलेशियाई के साथ-साथ सभी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में भारत अपने स्वदेशी एयरक्राफ्ट और एयरो-स्पे से जुड़ी सेवाएं देने के लिए तैयार है. गौरतलब है कि हाल ही में भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल देने का करार किया था. भारत ब्रह्मोस मिसाइल रुस की मदद से भारत में ही तैयार करता है.