Maldives Foreign Minister On India: भारत यात्रा पर आए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने बुधवार (12 जुलाई) को बताया कि कैसे कोरोनाकाल के दौरान भारत ने उनके देश की मदद की. उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, ''हम हर चीज आयात करते हैं, जिसमें खाद्य पदार्थों की आपूर्ति और दवाएं भी शामिल हैं.'' उन्होंने कहा कि भारत हमारे बचाव में आया.''
कोरोनाकाल में भारत ने कैसे की मालदीव की मदद?
अब्दुल्ला शाहिद ने बताया, ''कोविड 19 महामारी के दौरान भारत में लॉकडाउन था लेकिन भारतीय वायुसेना ने सुनिश्चित किया कि खाने-पीने की जरूरी चीजों और दवाओं को देश के पांच अलग-अलग स्थानों से एकत्र किए और उन्हें माले पहुंचाया.''
भारत की मदद से पुनर्जीवित हुआ मालदीव का पर्यटन उद्योग
उन्होंने कहा, ''मालदीव पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर है. जब विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर मालदीव आए तो उन्होंने हमें बबल टैवल मैनेजमेंट की पेशकश की, जिसके जरिये हम भारतीयों को मालदीव में सुरक्षित रूप से आमंत्रित करने और अपने पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने में सक्षम हुए.''
भारत-मालदीव संबंध के बारे में अब्दुल्ला शाहिद ने क्या कुछ कहा?
मंगलवार (11 जुलाई) को अब्दुल्ला शाहिद की विदेश मंत्री एस जयशंकर से दिल्ली में मुलाकात हुई थी. अब्दुल्ला शाहिद ने दिल्ली स्थित 43वें सप्रू हाउस व्याख्यान में कहा था कि मालदीव रणनीतिक और आपसी रूप से लाभप्रद संबंधों को विकसित करना और बनाए रखना चाहता है.
उन्होंने कहा था कि यह हिंद महासागर में व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों में उसे योगदान देने में सक्षम बनाएगा. अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, ‘‘इस संबंध में भारत अहम साझेदार है. राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने पद ग्रहण करने के बाद जो पहला काम किया वह था भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. पीएम मोदी नवंबर 2018 में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे.’’
शाहिद ने कहा कि भारत के साथ संबंध उदाहरण देने योग्य है और उसका समर्थन मालदीव के हर एक सामाजिक और आर्थिक पहलू में महसूस किया जाता है. उन्होंने कहा था कि उनके देश के विकास में भारत का बहुत बड़ा योगदान है.
(इनपुट भाषा से भी)
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