2006 Malegaon Blast: महाराष्ट्र के मालेगांव में साल 2008 में हुए ब्लास्ट केस में एक के बाद एक सभी गवाह मुकर रहे हैं. इसी सिलसिले में एक और गवाह अपने प्राथमिक बयान से पलट गया है. यह इस केस का 34वां गवाह है जो पुलिस को दिए बयान से मुकर गया. यह गवाह कर्नल पुरोहित को जानता था, जो पूर्व सैनिक है. 


इससे पहले 33वें गवाह ने स्वेच्छा से पुलिस/एटीएस को कोई बयान देने से इनकार कर दिया था. गवाह में आज यानी 5 अप्रैल को कोर्ट में कहा कि गनपॉइंट पर बयान दर्ज किया गया. गवाह ने महाराष्ट्र ATS को जो बयान दिया था उस बयान से पलट गया. वहीं, जांच एजेंसी NIA ने इसका बयान दर्ज नहीं किया था. इस केस के अभी 20 गवाहों की गवाही बाक़ी है. केस में अगली सुनवाई अप्रैल 6 को होगी.


6 लोगों की जानें गई थी


इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुख्य आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित की याचिका को खारिज कर दिया था. लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित ने खुद को आरोप मुक्त करने की मांग की थी. पुरोहित की याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि जो आपने किया, वो कोई ऑफिशियल ड्यूटी वाला काम नहीं था. उस घटना में 6 लोगों की जानें चली गई और 100 से ज्‍यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.


हाई कोर्ट ने फटकारा


आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित की ओर से याचिका में यह तर्क दिया गया था कि वह केवल अपना आधिकारिक कर्तव्य (ऑफिशियल ड्यूटी) निभा रहे थे और 'अभिनव भारत' को लेकर जानकारी एकत्र कर रहे थे. इस पर हाईकोर्ट ने कहा, "फिर इस सवाल का जवाब दिया जाना बाकी है कि उन्होंने मालेगांव के रेजिडेंशल एरिया में बम ब्‍लास्‍ट को क्यों नहीं टाला जिससे नुकसान हुआ. इसमें 6 निर्दोष लोगों की जान चली गई और करीब 100 लोगों को गंभीर चोटें आईं."


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