Malegaon Blast: सुनवाई के दौरान गवाह ने कहा- ATS ने योगी आदित्यनाथ सहित संघ के नेताओं को फंसाने का डाला था दबाव
Witness Forced by ATS in Malegaon Blast: गवाह को सबसे पहले ATS के मुंबई और पुणे ऑफिस में अवैध रूप से रोककर रखा गया, वहां उसे दबाव बनाने के साथ-साथ धमकी दी गई.
Malegaon Blast: महाराष्ट्र के मालेगांव ब्लास्ट (Malegaon Blast) के एक गवाह ने स्पेशल NIA कोर्ट में एक ऐसी बात का खुलासा किया है जिसे सुन सभी चौंक गए हैं, दरअसल गवाह ने सुनवाई के दौरान बताया कि उसे महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और स्वामी असीमानंद (Swami Aseemanand) और इंद्रेश (Indresh) सहित चार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेताओं को फंसाने की धमकी दी थी.
वहीं इस मामले के एक आरोपी समीर कुलकर्णी ने एक टेलीविजन चैनल को उक्त गवाह के खुलासे की जानकारी दी है. कुलकर्णी ने बताया कि गवाह ने कोर्ट को बताया कि परमबीर सिंह एवं राव नामक एक अधिकारी ने उस पर दबाव डाल इस मामले में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चार अन्य नेताओं इंद्रेश कुमार, स्वामी असीमानंद, काका जी एवं देवधर का नाम लेने को कहा था.
उसने बताया कि गवाह को सबसे पहले तो ATS के मुंबई और पुणे के ऑफिस में अवैध रूप से रोककर रखा गया, वहां उसे दबाव बनाने के साथ साथ धमकी दी गई कि अगर वो अन पांचों का नाम नहीं लेता है तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा और उन्हें बुरे परिणाम भुहतने होंगे. बता दें कि कल अपने बयान के मुकरने वाले 15वे गवाह ने अपना पांच पन्ने का बयान NIA कोर्ट में दर्ज कराया है.
क्या था मालेगांव में हुआ 2008 का बम धमाका?
29 सितंबर 2008 की रात करीब 9 बजकर 35 मिनट पर मालेगांव में शकील गुड्स ट्रांसपोर्ट कंपनी (Shakeel Goods Transport Company) के ठीक सामने एक बम धमाका हुआ था. यह धमाका LML मोटरसाइकिल में हुआ था. इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 101 लोग घायल हुए थे. धमाके के बाद 30 सितंबर 2008 को मालेगांव के आजाद नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ था.
चूंकि यह मामला आतंक से जुड़ा हुआ था, इसलिए महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के आदेश के बाद महाराष्ट्र ATS ने इस मामले की जांच अपने पास ली और 21 अक्टूबर 2008 को एफआईआर (FIR) में UAPA और मकोका (MCOCA) की धारा लगाई गई.
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