मालेगांव धमाके की आरोपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में जगह
अपने बयानों से विवादों के केंद्र में रहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर को संसदीय कमेटी में जगह दी गई है. 21 सदस्यीय रक्षा मंत्रालय की कमेटी की अगुवाई राजनाथ सिंह करेंगे.
नई दिल्ली: अपने बयानों से विवाद पैदा करने वाली सांसद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय कमेटी में जगह दी गई है. रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाकार कमेटी में 21 सदस्य हैं. कमेटी की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. भोपाल से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचने वाली प्रज्ञा मालेगांव धमाके की आरोपी हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ मकोका के आरोपों को खारिज कर दिया था. जिसके बाद बांबे हाईकोर्ट से उन्हें स्वास्थ्य कारणों के आधार पर बेल मिल गया. प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2017 से जमानत पर हैं. फिलहाल यूएपीए कानून के तहत भोपाल से बीजेपी की सांसद पर केस चल रहा है.
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा का टिकट देकर सबको चकित कर दिया था. जिसके बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल से हराकर सुर्खियों में आईं. इसके अलावा प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कई मौकों पर अपने बयानों के जरिए पूरे देश में सनसनी फैलाने का काम किया. उनके बयान के बाद खुद उनकी पार्टी को फजीहत का सामना करना पड़ा. यहां तक कि एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी को कहना पड़ा था, ”मैं उन्हें दिल से कभी माफ नहीं कर पाऊंगा.” उन्होंने महात्मा गांधी के कातिल गोडसे को देशभक्त बताया था.
गोडसे को आतंकवादी कहने वालों को प्रज्ञा ठाकुर ने अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत तक दी थी. एक मौके पर उन्होंने खुद स्वीकार किया कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद तोड़ने खुद गई थीं. और उन्हें इस पर गर्व है. शहीद हेमंत करकरे के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि करकरे को उन्होंने श्राप दिया था. जिसके बाद बीजेपी समेत आरएसएस में भी खलबली मच गयी थी. उन्होंने मध्य प्रदेश के सीहोर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि वो नाली-शौचालय को साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बनी हैं.