नई दिल्ली: दस साल पुराने मालेगांव ब्लास्ट केस में कर्नल श्रीकांत पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा समेत 7 लोगों पर हत्या और हत्या की कोशिश की धाराओं में आरोप तय हुआ है. मामले की अगली सुनवाई दो नवंबर को होगी.





ये है पूरा मामला था
बता दें कि कि 29 सितंबर, 2008 को नासिक के मालेगांव शहर में एक मोटरसाइकिल से बंधे बम के फटने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 101 लोग इस घटना में जख्मी हुए थे. महाराष्ट्र पुलिस की आतंक रोधी दस्ते ने मामले में नवंबर 2008 में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था. बाद में अप्रैल 2011 में मामले की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपा गया.


कौन हैं कर्नल पुरोहित
कर्नल श्रीकांत पुरोहित का संबंध अभिनव भारत नाम के दक्षिणपंथी संगठन से बताया जाता है. कहा जाता है कि पुरोहित ने कथित हिन्दू राष्ट्र के लिए अलग संविधान, अलग झंडा बनाया. साथ ही उन्होंने मुस्लिम अत्याचार का बदला लेने के लिए भी विचार विमर्श किया. पुरोहित ने संगठन की बैठकों में शामिल होकर विस्फोटक जुटाने के लिए सहमति दी और ब्लास्ट के मुख्य षडयंत्रकर्ता रहे.


कौन हैं पज्ञा ठाकुर
प्रज्ञा मध्य प्रदेश के भिंड जिले की रहने वाली हैं. भाषण कला ने उन्हें हिन्दी भाषी इलाकों में खासी पहचान दिलाई. 2008 में ब्लास्ट वाली जगह से उनकी मोटरसाइकिल बरामद हुई थी. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा था कि उन्हें कई किस्म की यातनाएं दी गईं जिनके कारण वह कैंसर का शिकार हो गईं.


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