Mallikarjun Kharge Letter To Amit Shah: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर की पार्टी इकाई के अध्यक्ष केसम मेघचंद्र के साथ साथ पिछले दिनों कथित तौर पर हुई मारपीट की घटना का हवाला देते हुए शनिवार (27 जनवरी) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा. कांग्रेस अध्यक्ष ने गृह मंत्री से आग्रह किया कि मणिपुर में लोकतंत्र और कानून व्यवस्था की बहाली के लिए उचित कदम उठाए जाएं.


मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह को लिखे पत्र में क्या कहा?


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र में लिखा, ''24 जनवरी 2024 को इम्फाल के ऐतिहासिक कांगला किले में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों की एक बैठक बुलाई गई थी, जैसा कि आप जानते हैं, यह जगह केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों की ओर से कड़ी सुरक्षा में है. बैठक में उपस्थित कई सदस्यों को एक सशस्त्र समूह की ओर से इसमें भाग लेने के लिए मजबूर किया गया. इतना ही नहीं, इस बैठक के दौरान मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और वांगखेम के विधायक केसम मेघचंद्र पर बेरहमी से हमला किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया.''


मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर साधा निशाना


मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, ''केंद्रीय और सुरक्षा बलों और खुफिया कर्मियों की भारी मौजूदगी के बावजूद यह चौंकाने वाली घटना घटी है. अब तक राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्रालय की ओर से इस घटना को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.''


मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, ''यह शर्मनाक है कि जब मणिपुर की बात आती है तो प्रधानमंत्री की चुप्पी राज्य और केंद्र दोनों में सभी महत्वपूर्ण हितधारकों की ओर से यह प्रचलित रणनीति लगती है.''


'...शांति, राहत और न्याय की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया'


कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, ''मैं खुद 14 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा की उद्घाटन रैली के लिए मणिपुर गया था. मेरा अनुभव वैसा ही था जैसा राहुल गांधी ने 29 और 30 जून 2023 को मणिपुर की अपनी पिछली यात्रा में और हाल ही में यात्रा के दौरान कहा था - कि मणिपुरी समाज बुरी तरह से विभाजित है और शांति, राहत और न्याय की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. जो अभी भी 3 मई से 2023 से राज्य में हुई हिंसा के बाद से पीड़ित हैं.''


उन्होंने लिखा, ''ये सभी घटनाएं मणिपुर में प्रशासन के पूर्ण पतन की ओर इशारा करती हैं. प्रधानमंत्री की लगातार चुप्पी मणिपुर के लोगों के साथ अन्याय है. सरकारें आती हैं और जाती हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना संवैधानिक पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि लोकतांत्रिक संरचनाएं, संस्थाएं और प्रक्रियाएं सुरक्षित और संरक्षित रहें.


कांग्रेस अध्यक्ष ने गृह मंत्री से की ये अपील


मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, ''हमारे देश ने हाल ही में 75वां गणतंत्र दिवस मनाया है. मणिपुर हमारे गणतंत्र का एक अभिन्न अंग है और मैं आपसे यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं कि हमारे अद्भुत विविधता वाले देश के एक बहुत ही महत्वपूर्ण और मूल्यवान हिस्से में लोकतंत्र और कानून का शासन एक बार फिर कायम रहे.''


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