Mallikarjun Kharge Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' (International Millet Year 2023) को चिह्नित करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के साथ लंच किया. यह लंच ऐसे समय पर पीएम मोदी ने खरगे के साथ किया जब उनके 'कुत्ते' वाले बयान को लेकर विरोध हो रहा है.
राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सोमवार (19 दिसंबर) को मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था, ''हमने देश को आजादी दिलाई. देश की एकता के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी जान की कुर्बानी दी. आपने (BJP) क्या किया? क्या देश के लिए आपके घर का 'कुत्ता' भी भरा है? क्या किसी ने कुर्बानी दी है? इसके बाद भी वे (बीजेपी) खुद को देश भक्त होने का दावा करती है. हमें देशद्रोही कहते हैं." इस बयान पर बीजेपी ने उनसे माफी की मांग की है.
बीजेपी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बीजेपी, संसद औऱ देश से अपने बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए है. उन्होंने साथ ही कहा कि खरगे ने राजस्थान में अभ्रद भाषण दिया था. खरगे को बयान को लेकर संसद में काफी हंगामा हुआ है.
'नहीं मांगूंगा माफी'
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्होंने राजस्थान के अलवर में कहा है. संसद के भीतर नहीं कहा इसलिए इस पर यहां चर्चा करने की जरुरत ही नहीं है. मैं अपने बयान पर माफी 'नहीं मांगूंगा.
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ''हम अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 की तैयारी कर रहे हैं. संसद में एक शानदार दोपहर के भोजन में भाग लिया जहां बाजरे के व्यंजन परोसे गए. सभी पार्टी के नेताओं की भागीदारी को देखकर अच्छा लगा.''
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार (20 दिसंबर) को लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के लिए विशेष कदन्न (मिलेट) भोजन की मेजबानी की थी. इसमें पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित राज्यसभा और लोकसभा के सांसद शामिल हुए.