कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार (14 नवंबर, 2024) को कहा कि कांग्रेस ने कभी जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात नहीं की है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उसे दावे के विरोध में यह बात कही है, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने का इरादा रखती है. उन्होंने कहा कि इस विवादास्पद प्रावधान को संसद ने निरस्त कर दिया है.


मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर समाज में विभाजन पैदा करने के लिए अनुच्छेद 370 के मुद्दे को जीवित रखने का आरोप लगाया. वह पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपशब्द कहने का आरोप लगाया.


मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'अमित शाह अपनी चुनावी रैलियों में कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हैं. (लेकिन) वह (खुद) कह रहे हैं कि कांग्रेस (जम्मू-कश्मीर में) अनुच्छेद 370 वापस लाना चाहती है. मुझे बताइए, यह किसने और कब कहा? आप एक मुद्दा उठा रहे हैं. अगर यह (अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का प्रस्ताव) संसद में पहले ही पारित हो चुका है, तो आप फिर से इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं?'


उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि आप इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं ताकि लोग बंट जाएं. अगर आप यह कहना चाहते हैं तो कश्मीर जाकर कहिए. कश्मीर में चुनाव खत्म हो चुके हैं.' जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में रद्द कर दिया था.


नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस का गठबंधन है. नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर में सरकार का नेतृत्व कर रही है. पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें केंद्र से कहा गया था कि वह पूर्ववर्ती राज्य के विशेष दर्जे की बहाली के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों से बातचीत करे. मल्लिकार्जुन खरगे ने आरक्षण के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही संविधान में आरक्षण का प्रावधान किया था और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने नौकरियों और शिक्षा में अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण स्वीकृत करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन बीजेपी अब भी आरक्षण का मुद्दा उठा रही है.


उन्होंने दावा किया कि बीजेपी पंडित नेहरू, आंबेडकर, वल्लभभाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस जैसी देश की महान राजनीतिक हस्तियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही है. मल्लिकार्जुन खरगे कहा, 'वे (भाजपा) अब कहते हैं कि बाबा साहब ऐसा करना चाहते थे, लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा किया. वल्लभभाई पटेल ने ऐसा कहा और बोस ने ऐसा कहा. जब वे जीवित थे, तब आप संविधान के खिलाफ थे. आपने अपने कार्यालय में भारतीय ध्वज भी नहीं रखा.'


उन्होंने जोर देकर कहा, 'आप अशोक चक्र (तिरंगे के मध्य में) को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे और आप मनु (मनुस्मृति, एक प्राचीन धार्मिक ग्रंथ) के आधार पर संविधान चाहते थे और अब आपको संविधान याद आ रहा है.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस देश को एकजुट रखना चाहती है और इसके लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार है.


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