नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर सरकार से सवाल किया. उन्होंने पूछा कि किसानों को इसकी लिखित में गारंटी क्यों नहीं दी जा रही है. खड़गे ने कहा कि किसान चाहते हैं कि एमएसपी की गांरटी एक्ट में हो. जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और कमेटी के अध्यक्ष थे उस वक्त उन्होंने ही लिखित में कहा था कि किसानों को एमएसपी लिखित में मिलनी चाहिए. आज वे क्यों नहीं दे रहे हैं?


मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी सुनना नहीं चाहते हैं. वे सिर्फ अपनी बात बोलते हैं और दूसरों की नहीं सुनते हैं. कृषि कानूनों का क्यों विरोध हो रहा है ये बात साफ तौर पर सरकार को बता दी गई है लेकिन सुनने के लिए वे तैयार नहीं हैं.


बता दें कि आंदोलनरत किसान तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग तो कर ही रहे हैं साथ ही एमएसपी पर लिखित रूप से सरकार से आश्वासन चाहते हैं. वे एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. सरकार कई बार ये कह चुकी है कि एमएसपी पहले की तरह ही जारी रहेगी, लेकिन किसान इसे लिखित में मांग रहे हैं.


आज राज्यसभा में पीएम मोदी ने इस बात को दोहराया कि एमएसपी जारी रहेगी. उन्होंने कहा, "हमारी खेती को खुशहाल बनाने के लिए, फैसले लेने का ये समय है. पक्ष हो, विपक्ष हो, आंदोलनकारी साथी हो, इन कृषि सुधारों को हमें मौका देना चाहिए. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी. एमएसपी है, एसएसपी था और एमएसपी रहेगा." पीएम मोदी ने किसानों से अपील की कि वे अपना आंदोलन खत्म करें. सरकार से बातचीत के रास्ते खुले हुए हैं.


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