मल्लिकार्जुन खरगे ने अग्निवीर योजना पर राष्ट्रपति से की हस्तक्षेप की मांग, राहुल गांधी बोले- न्याय की लड़ाई में साथ
Congress On Agniveer Scheme: केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग करते हुए सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
Rahul Gandhi On Mallikarjun Kharge Letter: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार (26 फरवरी) को अग्निपथ योजना की शुरुआत से पहले लगभग 2 लाख युवाओं को रक्षा बलों में शामिल करने की अनुमति देने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की. इन युवाओं का सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए चयन हो चुका है. मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा न्याय की इस लड़ाई में हम अभ्यर्थियों के साथ हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मल्लिकार्जुन खरगे की चिट्ठी शेयर करते हुए कहा, “देशभक्ति और बहादुरी से सराबोर सैन्य अभ्यर्थियों के लिए न्याय की लड़ाई में हम उनके साथ हैं. कड़ी तपस्या के बाद सशस्त्र बलों में चयनित होकर भी नियुक्त न किए गए 2 लाख युवाओं और अग्निवीर योजना के संदर्भ में माननीय राष्ट्रपति महोदया को लिखा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी का पत्र.”
देशभक्ति और बहादुरी से सराबोर सैन्य अभ्यर्थियों के लिए न्याय की लड़ाई में हम उनके साथ हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 26, 2024
कड़ी तपस्या के बाद सशस्त्र बलों में चयनित होकर भी नियुक्त न किए गए 2 लाख युवाओं और अग्निवीर योजना के संदर्भ में माननीय राष्ट्रपति महोदया को लिखा कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge जी का पत्र। pic.twitter.com/Ve09hffKLS
मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र में क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा कि सरकार इन युवा पुरुषों और महिलाओं के साथ "घोर अन्याय" कर रही है, जिनका भविष्य नियमित भर्ती प्रक्रिया समाप्त होने और उन पर अग्निपथ योजना लागू करने के कारण अनिश्चित हो गया है.
उन्होंने लिखा, “2019 और 2022 के बीच, लगभग दो लाख युवा पुरुषों और महिलाओं को सूचित किया गया कि उन्हें भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना सहित तीन सशस्त्र सेवाओं में स्वीकार किया गया है. इन लोगों ने कठिन मानसिक और शारीरिक परीक्षण और लिखित परीक्षा पास करने के लिए सभी बाधाओं के बावजूद संघर्ष किया था.”
‘युवाओं के सपने सरकार ने किए चकनाचूर’
उन्होंने कहा कि 31 मई, 2022 तक इन युवाओं को विश्वास था कि उन्होंने अपने सपने पूरे कर लिए हैं और उन्हें केवल अपने ज्वाइनिंग लेटर का इंतजार था. हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस भर्ती प्रक्रिया को खत्म करने और इसकी जगह पर अग्निपथ योजना लागू करने के फैसले से उनके सपने चकनाचूर हो गए.
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