Kharge On PM Modi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सत्ता में आने के बाद से उद्योगपति गौतम अडानी को मदद करने और वास्तविक मुद्दों की बात न करके लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया. झारखंड के साहेबगंज जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा, '2019 में अडानी की संपत्ति 1 लाख करोड़ रुपये थी. ढाई साल के भीतर उनकी संपत्ति बढ़कर 13 लाख करोड़ रुपये हो गई. यह वही (गौतम) अडानी थे जिनकी फ्लाइट से मोदी शपथ लेने आए थे. वह कौन सी जादू की छड़ी है जिसने उनकी संपत्ति कई गुना बढ़ा दी? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मोदी ने जनता के पैसे से अपने दोस्त को फंडिंग की.'


कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, 'मैं मोदी जी से अनुरोध करूंगा कि देश के गरीबों, किसानों और मजदूरों को यह कला सिखाएं. फिर इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ेगी. आपने उन्हें 13 लाख करोड़ रुपये बनाने में मदद की. कम से कम 13 लाख बनाने में लोगों की मदद करें.'


'मेरी शायरी भी हटा दी गई...'


बीजेपी सरकार पर लोकतंत्र को नष्ट करने का आरोप लगाते हुए खरगे ने कहा कि उनके भाषण के साथ-साथ राहुल गांधी की स्पीच के हिस्से को भी हटा दिया गया था. खरगे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वास्तविक मुद्दों को ही उठाने का काम किया है. उन्होंने कहा, 'यहां तक ​​कि मेरी शायरी भी हटा दी गई. इसमें असंसदीय क्या था?... मोदी जी ने भी कुछ शायरी पढ़ी थी, लेकिन उन्हें नहीं हटाया गया.'


'कांग्रेस को लोकतंत्र पर बोलने का अधिकार नहीं है'


कांग्रेस अध्यक्ष खरगे पर झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'सबसे पुरानी पार्टी को लोकतंत्र पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है... कांग्रेस के अलावा किसी और ने निर्वाचित गैर-कांग्रेसी सरकारों को बर्खास्त करने के लिए कानूनों का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान एक ही दिन में राज्य में तीन बीजेपी सरकारें गिरा दीं. आपातकाल लगाने वाली पार्टी को लोकतंत्र पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.'


'कांग्रेस को पाप भी बांटना होगा'


बीजेपी नेता ने खरगे पर एक ऐसे स्थान पर एक रैली को संबोधित करने का भी आरोप लगाया, जो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का एक कथित केंद्र है. उन्होंने कहा, 'वो साहेबगंज के बरहरवा ब्लॉक के गुमानी में रैली को संबोधित कर रहे थे, जो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का केंद्र है. जब हम अवैध अप्रवासियों को बाहर निकालने की बात करते हैं तो उनकी सरकारें इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करती हैं. आदिवासी इलाकों में रैली करने की उनकी हिम्मत नहीं है, क्योंकि घुसपैठिए आदिवासी लड़कियों का शोषण कर रहे हैं. साथ ही उनकी जमीन भी हड़प रहे हैं. अगर कांग्रेस इस भ्रष्ट राज्य सरकार में साझीदार है और लूट बांट रही है तो उसे पाप भी बांटना होगा.'


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