Congress President Election: प्रस्तावकों की संख्या से तय हो गई मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत? जानें क्यों हार सकते हैं थरूर
Proposers Of Mallikarjun Kharge: प्रस्तावकों की बात करें तो कई नेताओं ने मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) का खुले तौर पर समर्थन किया है. G-23 के नेताओं का भी उन्हें साथ मिल रहा है.
![Congress President Election: प्रस्तावकों की संख्या से तय हो गई मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत? जानें क्यों हार सकते हैं थरूर Mallikarjun Kharge victory decided by number of proposers in congress president election Congress President Election: प्रस्तावकों की संख्या से तय हो गई मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत? जानें क्यों हार सकते हैं थरूर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/10/01/09da35ba8bd57273ca092d347db4a1301664596712025539_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद का मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge), शशि थरूर (Shashi Tharoor) और पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी (KN Tripathi) के बीच है. तीनों ने ही 30 सितंबर को इसके लिए नामांकन दाखिल कर दिए हैं. अब देखना यह होगा कि इस रेस का विजेता कौन होता है.
नामांकन के दिन वरिष्ठ नेताओं और G-23 का समर्थन खड़गे के लिए साफ दिखाई पड़ रहा था. वहीं, खड़गे गांधी परिवार के सबसे ज्यादा करीबी माने जाते हैं. ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या प्रस्तावकों की संख्या और परिवार की पसंद से चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत तय हो गई है?
माना की कांग्रेस का होने वाला अगला अध्यक्ष गैर-गांधी होगा, लेकिन मलिकार्जुन खड़के का गांधी परिवार के करीब होना उन्हें जीत की तरफ ले जाता दिख रहा है. प्रस्तावकों की बात करें तो कई नेताओं ने उनका खुले तौर पर समर्थन किया है. दिग्विजय सिंह ने जहां खड़गे का नाम सामने आने के बाद नामांकन दाखिल करने से इनकार कर दिया था तो वहीं, अशोक गहलोत ने भी साफ-साफ कह दिया है कि उनका और कई वरिष्ठ नेताओं का समर्थन खड़गे के ही साथ है.
खड़गे के प्रस्तावकों की लिस्ट में 30 बड़े नेता
नामांकन तो तीन दाखिल हुए हैं, लेकिन अध्यक्ष पद की कुर्सी पर खड़गे का ही बैठना तय माना जा रहा है. हालांकि, कांग्रेस ने खुद को इन आरोपों से अलग कर लिया है कि उनके परिवार का किसी नेता को समर्थन मिलेगा. थरूर और त्रिपाठी के प्रस्तावकों में जहां इक्का-दुक्का लीडर्स थे वहीं, खड़गे के प्रस्तावकों की लिस्ट में 30 बड़े नेताओं के नाम शामिल है. इनमें जी-23 के बड़े चेहरे आनंद शर्मा और मनीष तिवारी भी शामिल हैं. खड़गे के साथ नेताओं के हुजूम की तस्वीर यह साफ कर रही है कि नॉमिनेशन ही नतीजे क्या होने वाले हैं.
कांग्रेस को 51 साल बाद मिलेगा दलित अध्यक्ष
हाईकमान और टॉप लीडर्स के सपोर्ट से खड़गे का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. अगर खड़गे अध्यक्ष बनते हैं तोबाबू जगजीवन राम के बाद ये दूसरे दलित अध्यक्ष होंगे. खड़गे दक्षिण भारत (कर्नाटक) से आते हैं और दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. बाबू जगजीवन राम के बाद से अब तक किसी दलित नेता ने पार्टी का नेतृत्व नहीं किया है. वह 1970-71 में कांग्रेस के अध्यक्ष थे.
ये भी पढ़ें:
5G Launch: एक बड़ी टेक्नोलॉजी क्रांति का फिर गवाह बनेगा भारत, पीएम मोदी आज लॉन्च करेंगे 5जी सर्विस
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)