Manipur Violence: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार (30 मई) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान इस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मणिपुर हिंसा से राज्य में पैदा हुई स्थिति को लेकर ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि हमने सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड या सेवारत न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच आयोग के गठन की मांग की है. कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति को दिए गए ज्ञापन में पार्टी की ओर से 12 मांगें रखी गई हैं.
- ज्ञापन में कांग्रेस ने की ये मांगें?
- हिंसा पर नियंत्रण कर हालात को सामान्य करने के साथ शांति और सद्भाव बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं.
- केंद्र सरकार की ओर से उपद्रवी संगठनों पर नियंत्रण बनाने के लिए तत्काल प्रभावी उपाय किए जाएं.
- पहाड़ी क्षेत्र के आसपास के दोनों समुदायों के गांवों में सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जाए, जिससे हथियारबंद उपद्रवी शांति को न बिगाड़ सकें.
- केंद्र सरकार को विस्थापित लोगों को उनकी नियत स्थानों या सुरक्षित स्थानों पर पुर्नवास की व्यवस्था करने के लिए कदम उठाने चाहिए.
- पीड़ितों और प्रभावित लोगों को उनके नुकसान के हिसाब से उचित मुआवजा दिया जाए. जिसमें जान की हानि, प्रॉपर्टी और अन्य नुकसान शामिल किए जाएं.
- मणिपुर हिंसा में जान गंवाने वालों की तत्काल पहचान हो और उनके शवों को उनके परिवार वालों को अंतिम संस्कार के लिए दिया जाए.
- बड़ी संख्या में गुमशुदा हुए लोगों की तलाश के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाए.
- रिलीफ कैंप में बड़ी संख्या में बच्चे रह रहे हैं और छात्रों की शिक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं.
- राज्य सरकार को तत्काल रिलीफ कैंप का प्रशासन अपने हाथ में ले लेना चाहिए और यहां स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था कराएं.
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