Ram Navami Violence Mumbai: रामनवमी के मौके पर मुंबई के मलाड में मालवानी इलाके में उपद्रवियों और पत्थरबाजों ने शोभायात्रा में जमकर उत्पात मचाया था. मालवानी इलाके में रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान शामिल लोगों पर चप्पल फेंकने की घटना के बाद दो समुदायों का विवाद बढ़ गया था. चप्पल और पत्थरबाजी की घटना के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया.
पुलिस ने बताया कि मलाड में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के मामले में आरोपियों ने पहले योजना बनाकर हिंसा की साजिश रची थी. इस दौरान मुंबई पुलिस इस खुलासे के बाद हिंसा की घटना के संबंध में दर्ज की गई मूल एफआईआर में धारा 120 (बी), 153 और 153 (A) को बढ़ाया है.
कोर्ट को भी सूचित किया गया
इसके साथ ही एफआईआर में आपराधिक साजिश के आरोपों को जोड़ने के बारे में कोर्ट को भी सूचित किया गया है. इससे पहले, पुलिस ने 353 (सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 324 (स्वेच्छा से खतरनाक हथियारों या साधनों से चोट पहुंचाना), 145, 147 (दंगा) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं और सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी.
मुंबई पुलिस ने अब तक मालवानी इलाके में हुई इस घटना के सिलसिले में 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 200 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष ने कहा...
रामनवमी शोभायात्रा आयोजक और भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष तेजिंदर सिंह तीवाना ने कहा, "हमारा आरोप यही है कि मालवानी का दंगा सोची समझी साज़िश है और रामनवमी के तीन दिन पहले यह हिंसा की योजना बनाई गई. योजना के तहत मालवानी के गेट नंबर 7 के मस्जिद के सामने हिंसा करने की योजना थी और गेट नंबर 5 के मस्जिद के पास भीड़ को इकट्ठा करने की योजना थी. मुंबई पुलिस दंगाइयों पर कठोर कार्यवाही करे."