कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास खुफिया सूचना थी कि पुलवामा हमले जैसे आतंकी हमले हो सकते हैं लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया और वह ‘‘वह जवानों के शवों पर राजनीति” करने में लगी है. तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया किया कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार राजनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए लोकसभा चुनाव के पहले युद्ध को लेकर उन्मादी माहौल बनाना चाहती है.
राजनीतिक बढ़त लेना चाहती हैं ममता- बीजेपी
ममता के आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि वह अपने बयानों से “राजनीतिक बढ़त” लेना चाहती हैं. तृणमूल कांग्रेस की विस्तारित कोर समिति को संबोधित करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि पिछले साढ़े चार साल में बीजेपी ने विहिप और आरएसएस जैसी ताकतों के साथ मिलकर लोगों के बीच नफरत और सांप्रदायिकता का जहर फैलाकर देश को धार्मिक आधार पर बांटने की कोशिश की है. उन्होंने आगामी आम चुनाव में ‘‘तानाशाही वाली नरेंद्र मोदी सरकार’’ को सत्ता से हटाने का संकल्प जताया.
लोकसभा की सभी 42 सीटों पर चुनाव जीतेगी टीएमसी- ममता
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो दिल्ली में विपक्षी दलों की इस हफ्ते होने वाली अहम बैठक में हिस्सा लेंगी. इससे पहले 19 जनवरी को उन्होंने बड़ी रैली आयोजित की थी जिसमें गैर बीजेपी दलों के नेताओं ने शिरकत की थी. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में लोकसभा की सभी 42 सीटों पर चुनाव जीतेगी. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, ‘‘पुलवामा हमला जब हुआ मोदी बाबू आप क्या कर रहे थे? केंद्र सरकार को पता था कि इस तरह का हमला हो सकता है, इस बारे में खुफिया सूचनाएं थी. इसके बावजूद हमारे जवानों को बचाने के लिए सरकार ने कदम क्यों नहीं उठाया. सरकार ने उन्हें मरने दिया ताकि वे चुनाव में जवानों के शवों पर राजनीति कर सकें.’’
सुरक्षित क्यों नहीं बनाया गया काफिले का रास्ता? ममता
ममता ने सवाल किया कि सीआरपीएफ जवानों का काफिला जिस रास्ते से जा रहा था उसे सुरक्षित क्यों नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा, “उन दिन जवानों को हवाई मार्ग से क्यों नहीं भेजा गया? जवानों को मारे जाने के लिए क्यों छोड़ दिया गया? क्योंकि चुनावों से पहले आप मामले का राजनीतिकरण करना चाहते थे.” आतंकी हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वे लोकसभा चुनाव के पहले युद्ध को लेकर उन्मादी माहौल बनाना चाहते हैं. वे युद्ध का माहौल बनाकर राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहते हैं .”
प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा को किनारे रख दें ममता- घोष
बनर्जी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने उनकी आलोचना की और कहा कि वह मामले का राजनीतिकरण करने के लिए पुलवामा आतंकी हमले के बारे में निराधार आरोप लगा रही हैं. उन्होंने पूछा, “क्या यह पहला मौका है जब कश्मीर में इस तरह का आतंकी हमला हुआ है? महज राजनीतिक फायदे के लिये उन्हें इस तरह के आरोप लगाने से बचना चाहिए.” घोष ने ममता बनर्जी से कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा को किनारे रख दें और मोदी को हटाने का सपना देखना बंद कर दें. उन्होंने कहा, “बंगाल में तृणमूल का आधार तेजी से खत्म हो रहा है और वह मोदी को बाहर करने का सपना देख रही हैं. उन्हें लोकसभा चुनावों में बंगाल में अपनी हार को लेकर आश्वस्त रहना चाहिए.”
आधी रात बाइक पर तिरंगा लगाकर रैली करने वालों पर होगी कार्रवाई- ममता
पुलवामा हमले को लेकर आधी रात बाइक पर तिरंगा लगाकर रैली निकालने और राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों की पिटाई करने की आलोचना करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी क्योंकि “अपराधी और डकैत” ही आधीरात को अपनी बाइक निकालते हैं. ममता ने कहा, ‘‘विहिप, आरएसएस और बीजेपी ऐसी ताकतें है जिसने धार्मिक आधार पर देश को बांटने की कोशिश ही नहीं की है बल्कि लोगों के बीच सांप्रदायिकता और नफरत का जहर फैलाया है . देश को बचाने के लिए हमें तानाशाह नरेंद्र मोदी और अमित शाह को हटाना होगा.’’
लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ की कोशिश होगी- ममता
बनर्जी ने कहा कि कि केंद्र सरकार विचित्र तरीके से काम कर रही है. केंद्रीय मंत्रियों को भी महत्वपूर्ण फैसले के बारे में पता नहीं होता है. उन्होंने दावा किया कि सरकार ‘‘दो भाइयों’’ द्वारा चलाई जा रही है जिनके दामन पर ‘‘निर्दोषों के खून के दाग’’ हैं. मोदी सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब भी विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ बोलने का प्रयास करते हैं तो उन्हें परेशान करने के लिए सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है .
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ की कोशिश होगी. आपको ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा.’’ राज्य में लोकसभा की सभी 42 सीटें जीतने का लक्ष्य तय करते हुए बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य में माकपा और कांग्रेस के बीच प्रस्तावित गठबंधन पर ध्यान नहीं देने को कहा.
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