नई दिल्ली: ममता बनर्जी और अमित शाह एक साथ खाना खाते हुए नजर आए. साथ में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे. मौका था पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक का और जगह थी नवीन पटनायक का घर.


ये तस्वीर इस मायने में महत्वपूर्ण है कि ममता बनर्जी ने जोरदार तरीके से सीएए के खिलाफ आवाज उठाई है. वहीं अमित शाह सीएए के पुरजोर समर्थन में खड़े दिखाई देते हैं. दोनों इस मुद्दे पर आमने सामने रहते हैं और अक्सर बयान भी देते हैं.


धुर विरोधी अमूमन इस तरह के शांत माहौल में कम ही दिखाई देते हैं. और यही कारण है कि जब ये दोनों लोग एक साथ दिखे तो खबर बन गई. नवीन पटनायक ने आवास पर दोनों ने एक साथ एक टेबल पर खाना खाया.





अब ये तस्वीर वायरल हो रही है और सोशल मीडिया पर चर्चा का कारण बन रही है. हालांकि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस बैठक में भाग नहीं लिया. आपको बता दें कि गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह पहली बार ओडिशा पहुंचे थे.


पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने के बाद शाह ने सीएए के समर्थन में एक रैली को भी संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा- कांग्रेस, ममता दीदी, सपा, बसपा जो सीएए का विरोध कर रहे हैं वो कह रहे हैं कि इससे अल्पसंख्यकों के अधिकार चले जाएंगे. मैं कहना चाहता हूं कि सीएए से किसी का अधिकार नहीं जाएगा. सीएए नागरिकता लेने का नहीं, देने का कानून है.


गौरतलब है कि जबसे सीएए बना है तभी से ममता बनर्जी इस कानून के खिलाफ हमलावर हैं. वे लगातार केंद्र सरकार को घेर रही हैं और इस कानून पर सवाल उठा रही हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव भी पास किया गया है.