2024 में मोदी बनाम कौन, जानें ममता बनर्जी ने इस सवाल का क्या दिया जवाब?
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अच्छे दिन' बहुत देखा, अब हम सच्चे दिन देखना चाहते हैं. 2024 लोकसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि अभी तीन साल बाकी हैं. हम चर्चा कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय दल इकट्ठा हो जाएं तो एक दल पर भारी पड़ेंगे. उनका इशारा बीजेपी और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तरफ था. इतना ही नहीं 2024 में चेहरा बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह एक साधारण कार्यकर्ता हैं. ममता ने कहा कि वह अपना चेहरा नहीं, जनता को चेहरे के रूप में देखना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी का काफी मजबूत है लेकिन इस बार विपक्ष बीजेपी से ज्यादा मजबूत रहेगा. 'अच्छे दिन' बहुत देखा, हम सच्चे दिन देखना चाहते हैं. कल लोगों ने मोदी को समर्थन किया होगा लेकिन आगे नहीं करेंगे. जिनके घर मे मौत हुई क्या वो समर्थन करेंगे?
2024 में मोदी बनाम कौन?
इस सवाल के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा, “क्या मैं राजनीतिक ज्योतिष हूं? यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा. किसी को तो नेतृत्व करना ही है. समय आने पर चर्चा करेंगे. मैं अपनी राय नहीं थोपना चाहती. मैं सोनिया गांधी और अरविंद केजरीवाल से मिल रही हूं. लालू यादव ने कल फोन पर बात की. रोज हम बात कर रहे हैं. अभी तीन साल है. हम चर्चा कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, "मेरा सभी के लिए सम्मान है. सोनिया गांधी विपक्ष की एकजुटता चाहती हैं." इसके साथ ही उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी से देश की टक्कर होगी. लोकतंत्र को बचाने के चेहरे आ जाएंगे. मैं बनारस, मथुरा, वृंदावन जाऊंगी. ये मेरा देश है. गुजरात से आकर मोदी इनसाइडर हो गए तो मैं आउटसाइडर कैसे हो गई?"
पेगासस जासूसी मुद्दे पर
वहीं पेगासस जासूसी मामले पर उन्होंने कहा कि किसी से बात करना सुरक्षित नहीं है. प्रशांत किशोर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पीके का फोन टैप है. उन्होंने कहा कि पेगासस से सुरक्षा खतरे में है. हमें सुप्रीम कोर्ट में आस्था है. जजों की निगरानी में जांच बिठाएं. लेकिन सरकार को फर्क नहीं पड़ता है. आज इमरजेंसी से गंभीर स्थिती है. आज पांच साल के बच्चे को भी मोबाइल की समझ है. जनता पेगासस क्यों नहीं समझेगी? कोरोना खत्म होने दीजिए, इसके बाद सभी दलों को सड़क पर उतरना होगा.
2024 की रणनीति और विजन पर क्या बोलीं?
देश में अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति और विजन पर उन्होंने कहा कि कई बार छह महीने का समय भी बहुत होता है. आपको इंतजार करना होगा. लोकतंत्र में सबसे मिल कर बात करनी होगी. उन्होंने कहा, “जगनमोहन रेड्डी, चंद्रबाबू नायडू और नवीन पटनायक सबसे मेरे अच्छे रिश्ते हैं. आज साथ नहीं है लेकिन कल तो आ सकते हैं. अर्थव्यवस्था और जीडीपी की हालत खराब है. गैस, डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं. लोगों की जिंदगी मुश्किल है.
कोरोना के हालात और वैक्सीन पर?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें 10 करोड़ टीके मिलने चाहिए. अभी तक केवल 2 करोड़ मिला है. राज्य सरकारों के लिए ये बड़ा काम है.
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