कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बीजेपी के साथ राजनीतिक लड़ाई तेज कर दी है. अब ममता बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं को नया फरमान सुनाया है. ममता ने कहा है कि भगवा पार्टी की तरफ से कब्जा किए गए तृणमूल कांग्रेस कार्यालयों पर पार्टी के नेताओं को यथाशीघ्र अपना कब्जा कायम करना चाहिए.
ममता बनर्जी ने पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी की एक बैठक की है. उन्होंने अपने भाई कार्तिक बनर्जी और राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु को पार्टी के संगठन ‘जय हिंद वाहिनी’ का क्रमश: प्रमुख और चेयरमैन बनाया है.
तृणमूल कांग्रेस सांसद काकोली घोष दस्तीदार को ‘बंग जननी वाहिनी’ का चेयरमैन निुयक्त किया गया है. ममता ने राज्य में आरएसएस का मुकाबला करने के लिए बृहस्पतिवार को इन दोनों संगठनों की घोषणा की. तृणमूल के एक नेता ने बताया, ‘‘ममता ने कहा कि बंगाल के लोग गद्दारों को नहीं छोड़ेंगे. उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.’’
बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच है राजनीतिक लड़ाई
दरअसल, पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच राजनीतिक लड़ाई बढ़ती ही जा रही है. राज्य में बीजेपी अपनी सियासी जमीन तैयार कर रही है. तो वहीं टीएमसी सत्ता पर काबिज रहना चाहती है. लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से बीजेपी ने 18 सीटें जीती हैं. वहीं, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने सिर्फ 22 सीटों पर अपना कब्जा किया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 42 में से दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. टीएमसी ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के खाते में दो और वामदलों के खाते में चार सीटें गई थी.
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