चंद्रयान 2 मिशन पर ममता बनर्जी के विवादित बोल, कहा- ये आर्थिक मंदी से ध्यान भटकाने की कोशिश
हिंदुस्तान चांद की धरती पर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ा है. 6 और 7 सितंबर के बीच रात 1 बजकर 55 मिनट पर चांद की धरती पर भारत का स्पेसक्राफ्ट चंद्रयान 2 उतरने वाला है. इसी के साथ चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा.
कोलकाता: देश के वैज्ञानिक आज इतिहास रचने से सिर्फ चंद कदम दूर हैं, पूरा देश चंद्रयान 2 के चांद की धरती पर सफलता पूर्वक उतरने की दुआ कर रहा है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बहुप्रतीक्षित मिशन को लेकर विवादित बयान दिया है. ममता बनर्जी ने मिशन को देश के आर्थिक हालातों से जोड़ते हुए इसे ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है. ममता बनर्जी ने यह बात पश्चिम बंगाल की विधानसभा में एनआरसी पर बात करते हुए कही.
ममता बनर्जी ने कहा है आर्थिक नाकामियों को छिपाने के लिए चंद्रयान मिशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है. ममता बनर्जी ने कहा है कि ऐसा लग रहा है जैसे पहली बार चंद्रयान लॉन्च किया गया है. ममता बनर्जी ने कहा, ''ऐसा लगता है जैसा कि पहली बार देश में चंद्रयान लॉन्च हुआ है. इससे पहले भी वे सत्ता में थे तब ऐसा मिशन क्यों नहीं हुआ. यह सब आर्थिक आपदा से लोगों को ध्यान भटकाने के लिए है.''
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in state Assembly: As if the Chandrayaan launch is the first in the country. As if before they came to power, no such missions were taken up. It is an attempt to divert attention from economic disaster. (File pic) pic.twitter.com/F4SjBA2pwL
— ANI (@ANI) September 6, 2019
PM मोदी की देशवासियों से अपील- चंद्रयान-2 की लैंडिंग जरूर देखें बता दें कि जब चंद्रयान 2 चंद्रमा की धरती पर लैंड करेगा तो इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसरो सेंटर में मौजूद रहेंगे. इससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों से इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है और देश के लोगों से अनुरोध किया कि सभी देर रात चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखें और इस दौरान अपनी तस्वीर क्लिक कर ट्वीट करें. पीएम मोदी का कहना है कि वह उन तस्वीरों को रिट्वीट करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, '' मैं भी इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए बेंगलुरु में इसरो सेंटर में मौजूद रहूंगा. उनके साथ स्कूली बच्चे भी होंगे, जिनमें भूटान से आए बच्चे भी शामिल होंगे.'' प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा, ''22 जुलाई 2019 को जब चंद्रयान-2 लॉन्च हुआ तब से लेकर अब तक मैंने इस मिशन पर करीब से नजर रखी है. इस मिशन की सफलता करोड़ों हिंदुस्तानियों को फायदा पहुंचाएगी.''
कैसे चांद के करीब पहुंचा चंद्रयान-2? चंद्रयान 14 अगस्त पृथ्वी की कक्षा से चांद की ओर बढ़ा. धरती से चांद के करीब पहुंचने में उसे 23 दिन लगे. 20 अगस्त को चंद्रयान-2 चांद की कक्षा में पहुंचा. 23 अगस्त को चांद की सतह के विशाल गड्ढों (क्रेटर) की तस्वीर ली. इसे चांद की कक्षा में स्थापित होने में 7 दिन लगे. इसके बाद इसने 13 दिनों तक चांद का चक्कर लगाया. 2 सितंबर को लैंडर ऑर्बिटर से अलग हुआ. बहुत ही कम खर्च में इसरो ने मिशन चंद्रयान को लॉन्च किया है. मिशन चंद्रयान 2 का बजट 680 करोड़ रुपये है. घरती से चांद की कुल दूर 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है, जिसे चंद्रयान 2 तय करने वाला है.