'400 सीटें जीत लेते तो इतिहास ही दोबारा लिख देते', अंबेडकर पर अमित शाह के बयान को लेकर भड़कीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला करते हुए दावा किया कि एक ऐसी पार्टी से और क्या उम्मीद की जा सकती है, जिसने नफरत और कट्टरता को आत्मसात कर लिया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार (18 दिसंबर, 2024) को दावा किया कि राज्यसभा में बी आर आंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए दावा किया कि यह उन लाखों लोगों का अपमान है जो मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए आंबेडकर की ओर देखते हैं.
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, 'मुखौटा उतर गया है . जब संसद संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर विचार कर रही है, गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर इसकी (संविधान की) छवि धूमिल करने का काम किया है, वह भी लोकतंत्र के मंदिर में.'
उन्होंने आरोप लगाया, 'यह भाजपा की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है. अगर 240 सीटों पर सिमटने के बाद वे इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो कल्पना करें कि अगर उनका 400 सीटों का सपना पूरा हो जाता, तो वे कितना नुकसान पहुंचाते. वे डॉ. आंबेडकर के योगदान को पूरी तरह मिटाने के लिए इतिहास को फिर से लिख देते.'
बीजेपी पर हमला करते हुए ममता बनर्जी ने दावा किया कि एक ऐसी पार्टी से और क्या उम्मीद की जा सकती है, जिसने नफरत और कट्टरता को आत्मसात कर लिया है. उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी उन लाखों लोगों का अपमान है, जो मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए बाबासाहेब की ओर देखते हैं. लेकिन आप एक ऐसी पार्टी से और क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिसने नफरत और कट्टरता को आत्मसात कर लिया है.'
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोहराया कि संविधान निर्माता आंबेडकर सम्मान के हकदार हैं. ममता बनर्जी ने कहा, 'डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर संविधान के निर्माता हैं, यह अपमानजनक टिप्पणी न केवल उन पर बल्कि संविधान की प्रारूप समिति के सभी सदस्यों पर सीधा हमला है, जो सभी जातियों, पंथों, नस्लों और धर्मों के सदस्यों के साथ भारत की विविधता में एकता का प्रतीक है.'
अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि अंबेडकर नाम लेना आजकल फैशन हो गया है. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता. उन्होंने आगे कहा कि हमें तो आनंद है कि अंबेडकर का नाम 100 बार ज्यादा लो, लेकिन साथ में अंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है.
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