मोदी के खिलाफ ममता की मोर्चाबंदी, NCP, शिवसेना और टीडीपी नेताओं से की मुलाकात
ममता बनर्जी को बीजेपी के धुर-विरोधियों में से एक माना जाता है. पिछले दिनों ममता ने 2019 लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी को हराने के लिए बीजेपी रोधी बलों की एकजुटता का आह्वान किया था.
नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) या कहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों की मोर्चाबंदी की कोशिश जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने दिल्ली में आज मोदी सरकार की सहयोगी शिवसेना, एनडीए सरकार से हाल ही में अलग हुई चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी, टीआरएस और एनसीपी के नेताओं से मुलाकात की. ममता चार दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं.
वह इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकती हैं. हालांकि सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात पर ममता ने कहा था कि वह अस्पताल में भर्ती हैं. उन्हें ठीक होने दीजिए. मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहतीं.
हालांकि सियासी गलियारों में यह भी चर्चा हो रही है कि ममता बनर्जी गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी मोर्चा खड़ा करना चाहती हैं. इस संबंध में टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने पिछले दिनों कोलकाता जाकर ममता से मुलाकात की थी.
ममता बनर्जी को बीजेपी के धुर-विरोधियों में से एक माना जाता है. पिछले दिनों ममता ने 2019 लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी को हराने के लिए बीजेपी विरोधी दलों की एकजुटता का आह्वान किया था.
ममता ने मायावती और अखिलेश के गठबंधन का भी पिछले दिनों स्वागत किया था. उन्होंने कहा था, ''मैं मायावती जी द्वारा व्यक्त किए गए विचारों का स्वागत करती हूं. हम राष्ट्र के लिए मिशन में मजबूती के साथ उनके और अखिलेश यादव के साथ हैं.''