सीएम ममता ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, इन केंद्रीय कर्मचारियों के लिए जल्द वैक्सीन की मांग की
पीएम मोदी को पत्र लिखकर सीएम ममता बनर्जी ने रेलवे, हवाई अड्डों, बंदरगाहों, डिफेंस, बैंकों, बीमा, पोस्ट और टेलीग्राफ, कोयला जैसे अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्टी लिखी है. इसमें बंगाल में काम करने वाले राज्य और केंद्रीय कर्मचारियों को जल्द से जल्द वैक्सीन देने की मांग की गई है. इसके लिए वैक्सीन के 20 लाख डोज की जरूरत पड़ेगी.
अपनी चिट्ठी में सीएम ममता ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को बाहर काम करना पड़ता है और लोगों से मिलना भी पड़ता है. इसीलिए उनके सुपर स्प्रेडर होने की संभावना है. इसी वजह से जल्द से जल्द टिके की मांग की गई है. जिन कर्मचारियों के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन की मांग की गई है उनमें रेलवे, एयपोर्ट, बंदरगाह, डिफेंस, बैंक, बीमा, डाक, कोयला जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले लोग शामिल हैं.
West Bengal CM Mamata Banerjee writes to PM Modi, "requesting him to arrange vaccines for priority sectors Central govt employees like those working in Railways, Airports, Ports, Defence, Banks, Insurance, Post & Telegraph, Coal & similar other sectors" without any further delay. pic.twitter.com/rt9VH8wwH8
— ANI (@ANI) May 20, 2021
वहीं गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी की बैठक में शामिल हुईं. पीएम मोदी ने दस राज्यों के सीएम और जिला कलक्टरों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों को कठपुतलियां बनाकर रख दिया गया है, प्रधानमंत्री के साथ कोविड पर बैठक में उन्हें बोलने की इजाजत नहीं होती.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की कोविड पर बैठक पूरी तरह फ्लॉप और अपमानजनक रही. उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने कोविड बैठक में दावा किया कि संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं, तो फिर अब भी इतनी मौतें क्यों हो रही है?
इतना ही नहीं, ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि बैठक में पीएम मोदी ने उनसे ऑक्सीजन और ब्लैक फंगस के बार में कुछ भी नहीं पूछा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, “यदि राज्यों को बोलने की अनुमति नहीं थी तो उन्हें क्यों बुलाया गया. बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों को विरोध करना चाहिए. बंगाल में टीकाकरण की दर कम है, हमारी पॉजिटिविटी रेट घट रही है. मृत्यु दर 0.9 फीसदी है. राज्य में ब्लैक फंगस के 4 मामले सामने आए हैं.”