Mamata Banerjee On SandeshKhali: ‘सीबीआई वालों ने ही रखे होंगे’, संदेशखाली में हथियारों की बरामदगी पर बोलीं ममता बनर्जी
SandeshKhali Arms Recovery: सीएम ममता बनर्जी ने संदेशखाली से जब्त हथियारों के सबूत नहीं होने का दावा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने ही हथियार रखे होंगे.
Mamata Banerjee On SandeshKhali Arms Recovery: संदेशखाली में शेख शाहजहां के करीबी के घर से बड़ी मात्रा में बंदूकें, गोला बारूद बरामद होने के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आखिरकार मुंह खोला है. उन्होंने शनिवार (27 अप्रैल) को कहा कि संदेशखाली में हथियार जब्ती का कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने राज्य पुलिस को सूचित किए बिना तलाशी ली.
उन्होंने केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई के बारे में संदेह व्यक्त किया और कहा कि बरामद हथियार केंद्रीय एजेंसी (सीबीआई) के अधिकारियों ने ही कार में लाकर रखा होगा. कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए सीएम बनर्जी ने कहा कि अगर बंगाल में कोई पटाखा भी फूटता है, तो एनआईए, सीबीआई, एनएसजी जांच करने आ रहे हैं. ऐसा लगता है कि युद्ध चल रहा है.
ममता बोलीं- बीजेपी नेता ने घर में रखा था बम
वह टीएमसी के आसनसोल लोकसभा उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रही थीं. बनर्जी ने यह भी कहा, "आज, मैंने सुना कि संदेशखाली के पास एक घटना हुई थी. एक बीजेपी नेता ने अपने घर में बम जमा कर रखे थे. उन्हें (बीजेपी) लगता है कि वे (स्कूल की) नौकरियां रद्द करके और बमों के दम पर चुनाव जीत सकते हैं. हमें लोगों के लिए रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार चाहिए, न कि उनके बड़े-बड़े भाषण.
सीबीआई ने संदेशखाली से बरामद किया है गोले, बारूद और सर्विस रिवाल्वर
बता दें कि सीबीआई ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को संदेशखाली में पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख के एक सहयोगी के दो परिसरों की तलाशी के दौरान हथियार और गोला-बारूद जब्त किया. इसमें एक पुलिस सर्विस रिवॉल्वर और विदेशी बंदूकें सहित जिंदा बम भी थे. बमों को डिफ्यूज करने के लिए NSG की टीम पहुंची थी. उन्होंने कैलिबर रोबोट के जरिए बमों को खोजा था और डिफ्यूज किया था.
इसे लेकर तृणमूल ने सेंट्रल एजेंसी पर चुनाव के समय टीएमसी को बदनाम करने के लिए अति सक्रियता का आरोप लगाया है. यह तलाशी जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर भीड़ द्वारा किए गए हमले के सिलसिले में की गई थी, जिसे शेख के समर्थकों ने अंजाम दिया था. इस मामले में गिरफ्तारी के बाद शेख शाहजहां केंद्रीय एजेंसियों की हिरासत में है.