Akhil Giri Controversy: पश्चिम बंगाल की सरकार में जेल मंत्री अखिल गिरि की विवादित टिप्पणियों को लेकर राज्य की राजनीति गरम है. विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार इस मुद्दे को लेकर टीएमसी पर दबाव बना रही है. मामले में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने मंत्री को पद छोड़ने का आदेश दिया.
दरअसल, टीएमसी जेल मंत्री अखिल गिरि को कैबिनेट से हटाने का फैसला करने जा रही है. महिला फॉरेस्ट अधिकारी को अपमानजनक शब्दों और धमकियों के बाद, टीएमसी नेतृत्व ने राज्य मंत्री अखिल गिरि से मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक, अगर गिरी इस्तीफा नहीं देते हैं तो उस स्थिति में टीएमसी ने अपने मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का फैसला किया है.
जानिए क्या है पूरा मामला?
पश्चिम बंगाल के जेल मंत्री अखिल गिरी शनिवार (3 अगस्त) को एक महिला वन अधिकारी को धमकी देने के बाद विवादों में आ गए. जहां महिला अधिकारी पूर्वी मिदनापुर जिले के ताजपुर में अतिक्रमण हटाने के लिए काम कर रही टीम का नेतृत्व कर रही थीं. वहीं, महिला वन अधिकारी का नाम मनीषा शॉ बताया जा रहा है. महिला अधिकारी मनीषा, जिन्हें गिरि ने निशाना बनाया, उन्होंने कहा, "हम वन भूमि को मुक्त कराने गए थे, जिस पर हमारी बार-बार चेतावनी के बाद भी जबरन अतिक्रमण किया गया था."
'सिर झुकाकर बात करो, नहीं तो डंडे से करूंगा पिटाई
उसी ऑपरेशन के दौरान, गिरि मौके पर पहुंचे और वन विभाग की टीम के साथ बहस की. वह महिला वन अधिकारी से कहते हुए देखे गए कि आप सरकारी कर्मचारी हैं, बोलते समय अपना सिर मेरे सामने झुकाएं. देखिए एक हफ्ते में आपका क्या हाल होता है. ये गुंडे, सुनिश्चित करेंगे कि आप रात को घर न जा पाएं. अपना व्यवहार सुधारें, नहीं तो... मैं आपको डंडे से पीटूंगा.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस समेत सभी दलों ने गिरि की आलोचना की है. टीएमसी ने अखिल को अपने कृत्य के लिए रेंज अधिकारी मनीषा से माफी मांगने का आदेश दिया गया है. ध्यान न देने के लिए अखिल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया गया है.
"इस्तीफा तो CM ममता बनर्जी को देना चाहिए"
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस की संस्कृति ही यही है. इनके दल की नेत्री ममता बनर्जी ने भी पीएम मोदी के बारे में भी ऐसा ही बयान दिया था, अखिल गिरी ने राष्ट्रपति पर भी बयान दिया था. ऐसे में अगर किसी को इस्तीफा देना चाहिए तो ममता बनर्जी को देना चाहिए. क्योंकि वे ही सबसे अधिक गलत भाषा का इस्तेमाल करती हैं.
ये भी पढ़ें: 'जो कह रहे 5 साल नहीं चलेगी मोदी सरकार...', विपक्ष पर अमित शाह का तीखा हमला