Mamata Banerjee Protest Against Central Government: केंद्र की बीजेपी सरकार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच एक बार फिर तकरार सामने आई है. ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर लंबे समय से राज्य के बकाया पैसे न देने का आरोप लगाते हुए बुधवार (29 मार्च) से केंद्र सरकार के खिलाफ़ 48 घंटे के धरने पर बैठने की घोषणा की है.


वहीं, तृणमूल कांग्रेस के सांसद बुधवार संसद परिसर में प्रदर्शन करेंगे. पार्टी नेताओं ने 28 मार्च को कहा कि संसद परिसर में प्रदर्शन से अलग ममता बनर्जी कोलकाता में विरोध मार्च निकालेंगी. दोनों शहरों में दोनों प्रदर्शन साथ-साथ होंगे.


कोलकाता के एस्प्लेनेड में धरने पर बैठेंगी ममता


तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि ममता बनर्जी केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल को उसके हिस्से का धन नहीं मिलने को लेकर दो दिनों का धरना शुरू करेंगी और कोलकाता के एस्पलेनेड में भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगी. ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी केन्द्र सरकार की ‘जन-विरोधी’ नीतियों के विरोध में और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ उसके ‘सौतेले व्यवहार’ को लेकर एक रैली को संबोधित करेंगे.






जीएसटी के समर्थन को बताया बड़ी भूल 


पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनका यह आंदोलन लोकतंत्र, संघवाद, संविधान और संसद को बचाने के लिए किया जा रहा है. वे जमीन पर उतरकर लोगों को केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के बारे में बताएंगे. इससे पहले मंगलवार को ममता बनर्जी ने सिंगुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि जीएसटी का समर्थन करना एक भूल थी.


ममता बनर्जी लंबे समय से लगा रही हैं आरोप


बता दें कि ममता बनर्जी लंबे समय से आरोप लगा रही हैं कि केंद्र सरकार बंगाल में 100 दिन का काम करने वालों के पैसे रोक रही है और आवास योजना सहित अन्य कई परियोजनाओं के पैसे नहीं दे रही है. यही नहीं जीएसटी का भी हिस्सा राज्य को नहीं मिल रहा है. केंद्र सरकार की इस मनमानी को लेकर ही उन्होंने कोलकाता में धरने पर बैठने की घोषणा की है.


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