कोलकाताः नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए देश के कई हिस्सों में लोग सड़कों पर उतर चुके हैं. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. वहीं, इन प्रदर्शनकारियों पर पुलिस सख्ती दिखाते हुए बलपूर्वक निपटने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में नए संशोधित कानून का विरोध करने के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरेंगी.


राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोपहर करीब 1 बजे एक रैली में भाग लेंगी. यह रैली अम्बेडकर स्टैच्यू से शुरु होगी जो शहर के कई हिस्सों से होते हुए जोरासांको ठाकुरबाड़ी पर खत्म होगी.


बता दें कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही साफ कर चुकी हैं कि वह इस कानून को अपने राज्य में लागू नहीं होने देंगी. ममता बनर्जी ने नागरिकता कानून को 'विभाजनकारी और क्रूर' कानून बनाया था.


उन्होंने कहा था, ''हम कभी भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता कानून को बंगाल में नहीं आने देंगे. हम संशोधित कानून को लागू नहीं करेंगे, भले ही इसे संसद ने पारित किया है. बीजेपी राज्यों को इसे लागू करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती.''


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ममता बनर्जी ने कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उनकी लड़ाई 'स्वतंत्रता की दूसरी लड़ाई' है. ममता बनर्जी ने कहा कि कानून में संशोधन वापस लेने की मांग को लेकर वह सड़क पर उतरेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार 'विभाजनकारी और क्रूर' कानून को लागू करने में केंद्र का सहयोग नहीं करेगी.


इससे पहले राज्य में टीएमसी ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को पूरे राज्य में रैलियां निकालीं थी. अलग-अलग जिलों में राज्य सरकार के मंत्रियों समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने रैली निकाली. रैली के दौरान लोगों से शांति बनाये रखने और हिंसा में शामिल न होने की अपील की गई.


हाथों में पोस्टर, बैनर और तख्तियां लिए टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाये. इन कार्यकर्ताओं ने मांग की कि नागरिकता कानून को तुरंत रद्द किया जाए.


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