पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के उस बयान की निंदा की जिसमें घोष ने कहा था कि बीजेपी शासित राज्यों में सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह गोली मारी गई. ममता ने साफ साफ कहा कि पश्चिम बंगाल की पुलिस आंदोलन कर रहे लोगों पर गोली नहीं चलाएगी.


ममता बनर्जी में अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन सीधे तौर पर कहा कि गोली चलाने जैसा बयान किसी नेता को शोभा नहीं देता. बनर्जी ने कहा- आपमें से कई चाहते हैं कि बंगाल में गोली चले और इसलिए आप सब ये नाटक कर रहे हैं. अगर कुछ अप्रिय होता है तो इस तरह की घटनाओं के लिए उकसा रहे लोगों की जिम्मेदारी होगी.


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वहीं ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा- दिलीप बाबू हमें बताइए कि आपके बयानों को निजी राय माना जाए या आपकी पार्टी की राय माना जाए.


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इन दोनों नेताओं के अलावा तृणमूल कांग्रेस के अनुब्रत मंडल ने कहा कि केंद्र सरकार को इस अपराध के लिए घोष को गोली मार देनी चाहिए. दिलीप घोष को गोली चलाकर मार दिया जाना चाहिए. अगर किसी ने सबसे पहले सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है तो वही हैं.


क्या कहा था दिलीप घोष ने


दिलीप घोष ने सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी की घटनाओं के लिए उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक की बीजेपी सरकारों का बचाव किया था और कहा था कि उन्होंने सही किया. बीजेपी नेता ने कहा था कि आगजनी और तोड़फोड़ में शामिल लोगों को उत्तर प्रदेश की तरह गोली मार देनी चाहिए. घोष ने कहा- वे यहां आते हैं, सारी सुविधाओं का फायदा उठाते हैं और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं. क्या यह उनकी जमींदारी है?


सुप्रियो ने बयान को कहा गैरजिम्मेदाराना


केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने घोष के बयान को गैरजिम्मेदाराना करार दिया है. सुप्रियो ने ट्वीट किया- पार्टी के नाते बीजेपी का उससे कुछ लेना देना नहीं है जो दिलीप घोष ने अपनी कल्पना के अनुरूप कहा होगा. उत्तर प्रदेश और असम में बीजेपी सरकारों ने कभी भी लोगों पर गोलियां नहीं चलाईं, कारण जो भी रहा हो. दिलीप दा ने जो कहा, वो बहुत गैरजिम्मेदाराना है.