कोलकाता l पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को साम्प्रदायिक सौहार्द को बचाए रखने की अपनी लड़ाई की जीत बतायी. अपनी पार्टी को राज्य में भारी जीत दिलाने वाली ममता बनर्जी को हालांकि खुद नंदीग्राम सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा. निर्वाचन आयोग के मुताबिक बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें 1736 मतों से हराया. सीट पर परिणाम की घोषणा से पहले ही बनर्जी ने शाम को कहा था कि वह जनादेश का स्वागत करेंगी.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि मेरी जीत की खबर आने के बाद कुछ गड़बड़ी हुई है. इसके बाद सुनने में आया कि परिणाम बदल गया. मैं इस मुद्दे पर अदालत जाऊंगी.’’ नंदीग्राम में स्थिति को लेकर बनर्जी कुछ निराश हैं. सिर्फ नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रही बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर से चुनाव ना लड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था क्योंकि यहीं से उन्होंने कृषि भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था.
ममता बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन में कही ये बात
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘नंदीग्राम के लोगों को तय करने दें. उनका जो भी जनादेश होगा, मुझे स्वीकार्य होगा. लेकिन हमारी (तृणमूल कांग्रेस) जीत शानदार है और इसके लिए राज्य की महिलाओं, युवाओं, अल्पसंख्यकों ने वोट दिया है.’’ बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के डबल इंजन सरकार के वादे के बावजूद उन्होंने कुल 294 सीटों में 221 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा था और परिणाम आने के बाद उन्होंने जनता को शानदार जीत के लिए धन्यवाद दिया.
जनता को दिया धन्यवाद
करीब दो महीने बाद खड़े होकर बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं जनता को देश और साम्प्रदायिक सौहार्द की रक्षा करने के लिए धन्यवाद देती हूं. मुझे बंगाल पर गर्व है. यह शानदार जीत है, इसपर कोई कुछ नहीं कह सकेगा. उन्होंने (बीजेपी ) 200 सीटें जीतने का दावा किया था. क्या इसके बाद वे अपना चेहरा दिखा सकेंगे?’’ बनर्जी ने आशा जतायी कि बीजेपी को हर जगह ऐसी ही हार का सामना करना पड़े. बनर्जी ने कहा, ‘‘यहां आकर हमारे खिलाफ प्रचार करने वाले केन्द्रीय नेताओं को विनम्र नमस्कार. उन लोगों को भी जो अन्य जगहों से आए और हमारे खिलाफ प्रचार किया.’’
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