कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और आईएसफ के अध्यक्ष अब्बास सिद्दीकी पर बड़ा हमला बोला. रायदिघी में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता ने आरोप लगया कि ओवैसी और अब्बास सिद्दीकी को बीजेपी की तरफ से हिंदू और मुस्लिम को बांटने के पैसे मिले हैं.


ममता बनर्जी ने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि अगर आप एनआरसी और बंटवारा नहीं चाहते हैं तो उन्हें (ओवैसी और अब्बास) वोट मत करें. उन्हें वोट करने का मतलब है कि बीजेपी को वोट देना. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति है कि हिंदू और मुस्लिम एक साथ चाय पीते हैं. एक साथ दुर्गा पूजा और काली पूजा मनाते हैं. हमारे गांवों में अशांति होने पर बीजेपी को फायदा होगा.





टीएमसी अध्यक्ष ने मुसलमानों से अपील की कि जो शख्स हैदराबाद से आया है और 'फुरफुरा शरीफ के एक जवान लड़के' को वोट न दें. रायदिघी में मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं की अच्छी खासी आबादी है और 6 अप्रैल को तीसरे चरण के तहत यहां वोटिंग होनी है.


बीजेपी के सीनियर नेता की मानें तो रायदिघी में मुसलमानों की आबादी करीब 30 फीसदी है और पार्टी के पास पहली बार इस सीट को जीतने की संभावना है जो कभी उनके द्वारा नहीं जीती गई. बीजेपी नेता की मानें तो मुसलमानों ने पिछले चुनावों में टीएमसी को वोट किया था लेकिन अब वे लेफ्ट के उम्मीदवार के लिए भी मतदान करेंगे. इस विभाजन से टीएमसी उम्मीदवार के वोट में सेंध लग सकती है.


टीएमसी लगातार बीजेपी पर हिंदु-मुस्लिम को बांटने का आरोप लगा रही है. ममता बनर्जी का कहना है कि हम सभी धर्मों के लिए हैं चाहे वो हिंदू हों, मुस्मिल हों, सिख हों या ईसाई हों.


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