(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Khela Hobe Diwas in Bengal: सीएम ममता बनर्जी का एलान, पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा 'खेला होबे दिवस'
Khela Hobe Diwas in Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि 'खेला होबे' को लोगों ने सराहा है इसलिए अब हम 'खेला होबे दिवस' मनाएंगे.
कोलकाता: चुनावी मौसम में लगाने वाले नारे पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोबल को ऊंचा रखने का काम करते हैं. साथ ही विरोधियों पर हमला करने के लिए नारे गढ़े जाते हैं. सरकार अपने काम को गिनाने के लिए नारे का सहारा लेती है. इसी तरह का एक नारा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान खूब गूंजा और चर्चा में रहा. ये नारा सत्तारूढ़ तृणमू कांग्रेस की तरफ से दिया गया, ‘खेला होबे’. यानी खेल होगा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब कहा है कि लोगों खेला होबे को स्वीकार किया, इसलिए अब बंगाल में ‘खेला होबे दिवस’ मनाया जाएगा. पश्चिम बंगाल विधानसभा में ममता बनर्जी ने ये बात कही.
People have appreciated 'Khela Hobe', so we will have 'Khela Hobe Diwas': West Bengal CM Mamata Banerjee in the Assembly (file pic) pic.twitter.com/ih5eIGEIKo
— ANI (@ANI) July 6, 2021
गौरतलब है कि टीएमसी और खासकर ममता बनर्जी इस नारे का चुनावी रैलियों में अक्सर इस्तेमाल करती थीं. उनका निशाना सीधे तौर पर बीजेपी की ओर था. इसमें कोई शक नहीं है कि इस चुनावी नारे ने टीएमसी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया.
टीएमसी का चुनावी नारा सिर्फ खेला होबे तक ही नहीं रुका. खेला होबे के साथ ममता बनर्जी ने एक और नारा दिया था, “‘खेला होबे, देखा होबे, जेता होबे’ यानी खेलेंगे, देखेंगे और जीतेंगे. इसके अलावा के जय श्रीराम के नारे का जवाब ममता बनर्जी ने 'हरे कृष्णा हरे राम, विदा हो बीजेपी-वाम' का नारा दिया था.
इतना ही नहीं, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत से गदगद टीएमसी की अब नज़र त्रिपुरा में हैं. टीएमसी ने जिस खेला होबे नारे के तर्ज पर बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ा था वही खेला होबे नारा अब त्रिपुरा में भी पिछले महीने जारी किया. त्रिपुरा में गाने को नाम है 'खेला होबे त्रिपुराय' जिसका अर्थ हैं त्रिपुरा में खेला होगा.
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