Mamata Banerjee On Governor: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने एक बार फिर राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर निशाना साधा है. उन्होंने बुधवार (9 अगस्त) को कहा कि राज्यपाल वही सब करना चाहते हैं जो एक मुख्यमंत्री करते हैं. इससे बेहतर है कि उन्हें एक पार्टी बनानी चाहिए और चुनाव जीतना चाहिए.
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने यह भी कहा, "राज्यपाल क्या कर सकते हैं, इस पर संवैधानिक सीमाएं हैं. वह छात्रों से बात करते हुए उनसे भ्रष्टाचार और दंगों के बारे में पूछ रहे हैं. क्या यह राज्यपाल का कर्तव्य है? संविधान ने राज्यपाल की भूमिका निर्धारित की है.''
'बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं राज्यपाल'
दरअसल, ममता बनर्जी झाड़ग्राम जिले में प्रशासनिक दौरे के लिए पहुंचीं थीं. उन्होंने कहा, "बोस बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं और जीतने पर जो चाहें वह कर सकते हैं. वह नहीं जीतेंगे क्योंकि बीजेपी ज्यादा समय तक नहीं रहेगी. राज्यपाल हर चीज में खुद को शामिल नहीं कर सकते."
बोस की तरफ से राज्य में एक विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में एक गैर-शैक्षणिक को नियुक्त करने का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, "राज्यपाल का पद संवैधानिक है और इसकी संवैधानिक सीमाएं हैं. बोस ने अपने गृह राज्य केरल के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी को आलिया विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया है, हालांकि यह नियम नहीं है."
टीएमसी और राज्यपाल के बीच गतिरोध
पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार और राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बीच गतिरोध कोई नया नहीं है. यह काफी लंबे समय से चलता आ रहा है. पंचायत चुनाव के दौरान भी दोनों के बीच खूब बयानबाजी देखने को मिली थी. टीएमसी ने आरोप लगाया था कि गवर्नर राज्य की सुविधाओं का इस्तेमाल कर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे थे.
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