कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह केंद्रीय एजेंसियों और धन बल का इस्तेमाल करके विपक्ष शासित राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिराने के प्रयास के लिए ‘‘साजिश रच’’ रही है.


मुख्यमंत्री ‘शहीद दिवस’ पर तृणमूल कांग्रेस की एक ऑनलाइन रैली को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने परोक्ष तौर पर बीजेपी की ओर इशारा करते हुए घोषणा की कि पश्चिम बंगाल ‘‘बाहरी’’ नहीं बल्कि उसके अपने लोगों द्वारा शासित किया जाता रहेगा.


ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने बंगाल को संसाधनों से वंचित किया है और कहा कि जनता राज्य के साथ किये गए अन्याय के लिए उसे उचित जवाब देगी.


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा बंगाल की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों और धनबल का इस्तेमाल करके एक षड्यंत्र रचा जा रहा है. बीजेपी देश की अब तक की तोड़फोड करने वाली सबसे बड़ी पार्टी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब देश कोविड-19 महामारी से लड़ने में व्यस्त है, बीजेपी मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान और पश्चिम बंगाल की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने में व्यस्त है.’’


तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजराती मूल की ओर इशारा करते हुए राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘‘गुजरात को सभी राज्यों पर शासन क्यों करना चाहिए? संघीय ढांचे की क्या जरूरत है? एक राष्ट्र-एक पार्टी प्रणाली बना दें.’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरे देश में ‘‘भय का माहौल’’ व्याप्त है.


ममता बनर्जी ने लोगों से कहा कि वे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी को वोट दें. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य पर बाहरी और गुजरात के लोग नहीं बल्कि बंगाल के लोग शासन करेंगे. हमें यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि बीजेपी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाए.’’


तृणमूल कांग्रेस 1993 में तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ बनर्जी के नेतृत्व में एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत की याद में हर साल 21 जुलाई को 'शहीद दिवस' रैली आयोजित करती है. कोविड-19 के प्रसार पर रोक के लिए लगाई गई पाबंदियों के मद्देनजर यह रैली पहली बार ऑनलाइन आयोजित की गई.
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